71 उम्मीदवार उतारे मगर जीता सिर्फ एक, झारखंड चुनाव में सबसे कम रहा 'टाइगर' का स्ट्राइक रेट

  • Post By Admin on Nov 25 2024
71 उम्मीदवार उतारे मगर जीता सिर्फ एक, झारखंड चुनाव में सबसे कम रहा 'टाइगर' का स्ट्राइक रेट

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों ने बता दिया है कि हेमंत सोरेन दोबारा सत्ता में आ गए हैं। 81 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में इंडिया गठबंधन को 56 सीटों पर जीत मिली है। यानी कि बहुमत के आंकड़े 41 से 15 सीट ज्यादा। वैसे तो झारखंड विधानसभा चुनाव में दो बड़े गठबंधनों के बीच मुख्य मुकाबला था लेकिन और भी कई पार्टियां थी, जिन्होंने कुछ सीटों पर ही सही, जीत हासिल की लेकिन इनका स्ट्राइक रेट अन्य दलों के मुकाबले बेहद कम और खराब रहा।

बात कर रहे हैं झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी की। झारखंड में ओबीसी के प्रमुख चेहरे के रूप में उभरे 29 वर्षीय पीएचडी छात्र जयराम टाइगर महतो की पार्टी जेएलकेएम का स्ट्राइक रेट बेहद खराब रहा। जेएलकेएम पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में 71 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे लेकिन जीत सिर्फ एक पर हुई।

71 उम्मीदवार मैदान में उतारे:
हालांकि, 71 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के बाद जेएलकेएम पार्टी के उम्मीदवारों ने अन्य दलों के कुछ उम्मीदवारों के वोट जरूर बिगाड़े। वैसे तो आजसू पार्टी केवल 10 सीटों पर चुनाव लड़ी लेकिन जेएलकेएम के उम्मीदवारों ने आजसू के खूब वोट खराब किए।

झारखंड में सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट:
सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट की बात करें तो झारखंड चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी और जनता दल यूनाइटेड का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी की बात करें तो पार्टी ने अपने 100 फीसदी स्ट्राइक रेट को बरकरार रखा है। पार्टी ने चतरा सीट से जनार्दन पासवान को मैदान में उतारा था। जिन्होंने राजद की रश्मि प्रकाश को भारी वोटो के अंतर से हराया।

भविष्य के लिए कद किया मजबूत:
वहीं जनता दल यूनाइटेड की बात करें तो जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जदयू को खूब वोट मिले। यहां पर सरयू रॉय ने कांग्रेस के बन्ना गुप्ता को सात हजार से भी ज्यादा वोटो से हराया। लोजपा और जदयू ने झारखंड में इस चुनाव के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इतना ही नहीं भविष्य में प्रदेश के राजनीति में अपने कद को और मजबूत कर दिया है।