भाजपा नेता उमा भारती कर रही शिवराज सरकार का विरोध, जानिए वजह

  • Post By Admin on Feb 01 2023
भाजपा नेता उमा भारती कर रही शिवराज सरकार का विरोध, जानिए वजह

भोपाल :  भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती मध्य प्रदेश में अपनी ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. उमा भारती लोधी समाज के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी. यहां उन्होंने कहा था कि मैं अपनी पार्टी के मंच पर आऊंगी और लोगों से वोट भी मांगूंगी, लेकिन मैं कभी नहीं कहती कि लोधियों, तुम बीजेपी को वोट करो. उन्होंने मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के पीछे एक वजह शराब को बताया है. मंगलवार को उन्होंने कहा कि वह अब अपनी मांग के समर्थन में 'मधुशाला में गौशाला' अभियान शुरू करेंगी. जिसके तहत वह विशेष रूप से मंदिर एवं विद्यालयों के आसपास वाली मधुशालाओं को गौशालाओं में बदलेंगी.

उमा भारती लंबे समय से नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश की शराब नीति में बदलाव कर नियंत्रण शराब वितरण प्रणाली लागू करने की मांग कर रही है. उमा भारती शनिवार को आबकारी नीति में बदलाव की मांग को लेकर भोपाल के अयोध्या नगर चौराहे में स्थित मंदिर पहुंची. उन्होंने घोषणा कि की वह 31 जनवरी को राज्य सरकार नयी शराब नीति के ऐलान के इंतजार में अगले तीन दिन तक इसी मंदिर में रहेंगी. उन्होंने मंगलवार को मंदिर में अपना चार दिवसीय प्रवास समाप्त किया. लेकिन राज्य सरकार ने अपनी शराब नीति की घोषणा नहीं की.

बता दें कि इस साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. उमा भारती लोधी जाति से आती हैं. बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में लोधी जाति का खासा प्रभाव माना जाता है. वह पहले मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी है. कहा जा रहा है कि उमा भारती एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में उतरने की तैयारी में जुटी हैं. 240 सदस्यीय विधानसभा में करीब 50 सीटें ऐसी हैं जिसपर लोधी समाज का दबदबा है. इन सीटों पर लोधी समाज के वोटर ही निर्णय लेते है कि उम्मीदवार को   जिताना है या हराना है. वहीं दूसरी और यह भी कहा जा रहा है कि उमा भारती भी इस बार मुखयमंत्री पद की रेस में हैं.

बीते दिनों उमा भारती लोधी समाज के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी और कहा था कि मैं अपनी पार्टी के मंच पर आऊंगी और लोगों से वोट भी मांगूंगी. लेकिन मैं कभी नहीं कहती कि लोधियों तुम बीजेपी को वोट करो. मैं तो सबको कहती हूं कि तुम बीजेपी को वोट करो. मैं तो पार्टी की निष्ठावान सिपाही हूं, पर मैं आप से नहीं कहती कि आप पार्टी के निष्ठावान सिपाही रहो. मैं पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगूंगी, लेकिन आपको उसी उम्मीदवार को वोट देना है, जिसने आपका मान रखा हो. मेरा भाषण सुनने के बाद आपको तय करना है कि आपको वोट करना है या नहीं.