बढ़ रहे चमकी बुखार के मामले, 14 लोगों में चमकी बुखार की पुष्टि

  • Post By Admin on Apr 17 2024
बढ़ रहे चमकी बुखार के मामले, 14 लोगों में चमकी बुखार की पुष्टि

चमकी बुखार के कारण हर साल बड़ी संख्या में बच्चे अस्पतालों में भर्ती होते हैं। सरकार लगातार इस खतरनाक बीमारी से बचाव को लेकर अभियान चला रही है, अब भी ये बड़ा खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के कुछ जिलों में एक बार फिर से चमकी बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। मुजफ्फरपुर में करीब 14 लोगों में चमकी बुखार के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि रोगियों के जांच की रिपोर्ट की अभी प्रतीक्षा है। 

विशेषज्ञों ने सभी लोगों को बुखार से बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि चमकी बुखार के क्या कारण हैं और बच्चों को इससे किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है? चमकी बुखार के मामले बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकते हैं। इसके कारण ब्रेन इंफ्लामेशन का खतरा बढ़ जाता है जिसके गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। चमकी बुखार के लगभग 70% मामले वायरस के संक्रमण के कारण होते हैं, जिनमें छोटे बच्चे और बुजुर्गों में खतरा सबसे ज्यादा देखा जाता रहा है। वायरस से मुकाबले की स्थिति में मस्तिष्क में सूजन की समस्या हो सकती है। समय के साथ इस रोग के लक्षण बिगड़ते जाते हैं और कुछ स्थितियों में ये जानलेवा भी हो सकती है। 

चिकित्सक के अनुसार वायरल चमकी बुखार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका उन वायरस के संपर्क से बचना है जो इस बीमारी का कारण बन सकते हैं। इसके लिए स्वच्छता का ध्यान रखना सबसे आवश्यक है। हाथों को साबुन और पानी से बार-बार और अच्छी तरह धोएं। कपड़े-बिस्तर को एक दूसरे से शेयर न करें। कुछ संक्रमित मच्छरों के काटने से भी इस रोग के होने का खतरा रहता है इसलिए आसपास की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाना जरूरी है। अगर खुदमे या बच्चे में इस रोग के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत अस्पताल जाएं।