भारतीय ज्ञान परंपरा में छिपे हैं वैश्विक समस्याओं के समाधान: डॉ. डी. एन. सिंह

  • Post By Admin on Aug 04 2024
भारतीय ज्ञान परंपरा में छिपे हैं वैश्विक समस्याओं के समाधान: डॉ. डी. एन. सिंह

मुजफ्फरपुर : विद्या भारती क्षेत्रीय विद्वत परिषद की एक ऑनलाइन बैठक में "भारतीय ज्ञान परंपरा" विषय पर आयोजित संगोष्ठी में डॉ. डी. एन. सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा का आधार वैज्ञानिक और व्यावहारिक चिंतन है, जिसमें सभी वैश्विक समस्याओं के समाधान निहित हैं। उन्होंने जोर दिया कि यह हजारों वर्ष पुरानी परंपरा विश्व बंधुत्व की भावना से परिपूर्ण है। 

डॉ. सिंह ने बताया कि इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था सेल की स्थापना की है, जिसके माध्यम से नई शिक्षा नीति के मूल्यों को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत केंद्रित शिक्षा पद्धति को वैश्विक स्तर पर लागू करना आवश्यक है और इसके लिए समग्र प्रयासों की जरूरत है। 

संगोष्ठी में डॉ. सिंह ने इस बात पर भी बल दिया कि भारतीय ज्ञान परंपरा को वर्तमान शिक्षा प्रणाली में शामिल करने से संतुलित और समृद्ध शिक्षण प्रणाली का विकास संभव है। इसके साथ ही उन्होंने सभी क्षेत्रों में शोध और अनुसंधान पर जोर देने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में लोक शिक्षा समिति की पदाधिकारी डॉ. सुधा बाला, भाषा विकास मंच के संयोजक डॉ. राजेश्वर कुमार, प्रोफेसर अंकज कुमार और डॉ. प्रतिमा ने भी भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार साझा किए। 

संगोष्ठी की शुरुआत डॉ. सौरभ कुमार द्वारा सरस्वती वंदना के साथ हुई। प्राचार्य प्रोफेसर राजेश कुमार वर्मा ने सम्मानित अतिथियों का परिचय कराया। विषय का प्रवेश डॉ. ललित किशोर ने किया, जबकि अध्यक्षीय भाषण डॉ. सत्यनारायण गुप्ता ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन लोक शिक्षा समिति के प्रदेश मंत्री डॉ. सुबोध कुमार ने किया।