प्रकृति अनमोल है, इसका संरक्षण जरूरी : डॉ. रंजना कुमारी

  • Post By Admin on Jul 29 2024
प्रकृति अनमोल है, इसका संरक्षण जरूरी : डॉ. रंजना कुमारी

मुजफ्फरपुर : बी आर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर "जल एवं भूमि संरक्षण" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। विभाग की अध्यक्ष डॉ. रंजना कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि पृथ्वी बहुत ही अनमोल है और इसे संरक्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत है। विश्व संरक्षण दिवस 2024 का विषय है - "लोगों और पौधों को जोड़ना, वन्य जीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज करना।"

डॉ. रंजना कुमारी ने कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण असंतुलन के कारण मानव जल संकट का सामना कर रहा है, जिसे संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 50 सालों में धरती ने 60% स्थलीय वन्यजीवों को खो दिया है और पिछली सदी में 90% बड़ी समुद्री मछलियां भी खत्म हो गई हैं। मानव जाति शायद सामूहिक विलुप्ति की घटना का सामना कर रही है। इसलिए प्रकृति संरक्षण को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

डॉ. गौरव पांडे ने कहा कि प्रकृति संरक्षण का तात्पर्य वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों की देखभाल और सुरक्षा से है। डॉ. कादम्बिनी ने कहा कि प्रकृति संरक्षण मनुष्यों, जानवरों और पौधों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है क्योंकि प्रकृति पृथ्वी पर सभी जीवन का समर्थन करती है। आज पर्यावरण की देखभाल करना और उसकी सुरक्षा करना आवश्यक हो गया है।

इस अवसर पर डॉ. नीलम कुमारी, डॉ. पूनम सिन्हा, डॉ. गौरव पांडे, डॉ. कादम्बिनी और दीपक कुमार ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। विभाग के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति कर प्रकृति के संरक्षण का संदेश फैलाया। नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति में कोमल कुमारी, नैंसी रानी, मुस्कान कुमारी, नुसरत प्रवीण, कोमल कुमारी सिंह, दीपिका कुमारी, अर्चना प्रिया, सुषमा कुमारी, सुमन कुमार और अमित कुमार ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीति किरण और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रितिका कुमारी ने किया।