विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन, शहीद प्रमोद बीएड कॉलेज पर गंभीर आरोप
- Post By Admin on Jun 03 2024
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मुजफ्फरपुर : सोमवार को विश्वविद्यालय में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ, जहां शहीद प्रमोद बीएड कॉलेज के सत्र 2022-26, सेमेस्टर-IV के आठ छात्रों का परीक्षा फॉर्म न भरे जाने को लेकर नाराजगी जताई गई। छात्रों का आरोप है कि वे कई महीनों से विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
छात्रों ने शिकायत की है कि कॉलेज के द्वारा किसी भी प्रकार की अतिरिक्त कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही हैं और सिर्फ उन्हीं छात्रों का परीक्षा फॉर्म भरा जा रहा है, जिन्होंने महाविद्यालय में झूठा शपथ पत्र दिया है। जिन छात्रों ने झूठा शपथ पत्र देने से इनकार किया है, उनका परीक्षा फॉर्म नहीं भरा जा रहा है।
इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय ने एक जांच कमेटी का गठन किया था, लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी जांच का कोई नतीजा नहीं आया है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्या रखी है और महीनों से कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन दिया गया कि परीक्षा फॉर्म भरवा दिया जाएगा। अंत में, विश्वविद्यालय ने हाथ खड़े कर दिए।
बिहार छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष कारण सिंह ने कहा कि शहीद प्रमोद कॉलेज तानाशाही पर उतर चुका है। जो भी छात्र कॉलेज की अवैध वसूली के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उनके परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जाते। कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुके हैं और छात्रों की समस्याओं से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। सिंह ने चेतावनी दी कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद छात्र अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
प्रदर्शनकारियों ने यह स्पष्ट किया कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक उनकी समस्याओं का उचित समाधान नहीं हो जाता। विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की जा रही है, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।