बिहार विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलसचिव डॉ. अपराजिता कृष्णा का भव्य स्वागत

  • Post By Admin on Jun 24 2024
बिहार विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलसचिव डॉ. अपराजिता कृष्णा का भव्य स्वागत

मुजफ्फरपुर : बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलसचिव डॉ. अपराजिता कृष्णा को विभिन्न कॉलेजों की महिला प्राध्यापिकाओं द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. अपराजिता कृष्णा ने महिला प्राध्यापिकाओं के योगदान की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय के विकास के लिए मिलकर काम करने की अपील की।

डॉ. कृष्णा ने अपने संबोधन में कहा, "विश्वविद्यालय के विकास के साथ-साथ नैक मूल्यांकन को भी प्राथमिकता देना आवश्यक है।" उन्होंने आगे कहा कि "सभी के सहयोग से ही हम विश्वविद्यालय को नई एकेडमिक ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।"

सम्मान समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित महिला प्राध्यापिकाओं डॉ. सीमा कुमारी, डॉ. बबीता कुमारी, डॉ. नीलम कुमारी, डॉ. अमृता मजूमदार, डॉ. रागिनी कुमारी, और डॉ. अनिता कुमारी ने बुके देकर डॉ. अपराजिता कृष्णा को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

कुलसचिव ने कहा, "हम सभी के सामूहिक प्रयासों से विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लेते हैं। सभी महिला प्राध्यापिकाओं का योगदान इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।" उन्होंने महिला शिक्षकों से अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करने की अपील की ताकि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक ऊंचाई पर ले जाया जा सके।

डॉ. अपराजिता कृष्णा ने अपने संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि "विश्वविद्यालय का समग्र विकास और नैक मूल्यांकन हम सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए।" उन्होंने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।

इस अवसर ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को सशक्त बनाने और महिला प्राध्यापिकाओं के योगदान को और अधिक महत्वपूर्ण बनाने का संकल्प दोहराया।