जीएनआईओटी ओरिएंटेशन प्रोग्राम : खान सर ने छात्रों को दिए सफलता और चरित्र निर्माण के मंत्र
- Post By Admin on Sep 03 2025

ग्रेटर नोएडा : जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ (जीआईपीएस) में नए छात्र वर्ष 2025-26 के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में भव्य ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘नवांकुर’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए छात्रों का स्वागत करना, उन्हें संस्थान के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सामाजिक वातावरण से परिचित कराना और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन देना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया, जिसके बाद गणेश वंदना और छात्रों द्वारा प्रस्तुत जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मंच पर ऊर्जा और उत्साह का माहौल बना दिया। इस अवसर पर बीबीए, बीसीए, बी.कॉम (ऑनर्स), बी.कॉम (पी) और बीएससी (कंप्यूटर साइंस) कोर्स में नए दाखिला लेने वाले छात्रों का स्वागत किया गया।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में प्रख्यात शिक्षक खान सर, द लल्लनटॉप और इंडिया टुडे हिंदी के संपादक सौरभ द्विवेदी, गौतमबुद्ध नगर के सहायक पुलिस आयुक्त विवेक रंजन राय, एसएससी-नैसकॉम की सीईओ डॉ. अभिलाषा गौर, और डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के उप महाप्रबंधक विवेक गुप्ता मौजूद थे। इसके अलावा, जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष डॉ. राजेश गुप्ता, उपाध्यक्ष गौरव गुप्ता, प्राचार्य प्रो. (डॉ.) सविता मोहन और प्रबंधन के अन्य वरिष्ठ सदस्य भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण खान सर का संबोधन रहा। उन्होंने छात्रों को शिक्षा के असली महत्व के बारे में समझाया। खान सर ने कहा, “पढ़ाई का असली मकसद सिर्फ डिग्री प्राप्त करना नहीं है, बल्कि अच्छे इंसान बनना और समाज की जिम्मेदारी निभाना है। बड़े सपने देखें, लेकिन मेहनत और अनुशासन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। कोई भी कॉलेज या इंस्टिट्यूट आपके करियर की पूरी जिम्मेदारी नहीं ले सकता, यह जिम्मेदारी आपको खुद उठानी होगी।”
उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे ज्ञान के महत्व को समझें, अपने चरित्र का निर्माण करें और समाज में सकारात्मक योगदान दें। उन्होंने कहा कि केवल योजनाओं और विचारों से काम नहीं चलता, वास्तविक सफलता मेहनत, अनुशासन और सतत प्रयास से ही मिलती है। खान सर ने माता-पिता को भी सलाह दी कि वे अपने बच्चों का मार्गदर्शन करें और उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर केन्द्रित रखें।
सौरभ द्विवेदी ने छात्रों को संवाद कौशल, आलोचनात्मक सोच और सवाल पूछने की आदत विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जागरूक और सोचने वाले व्यक्ति ही समाज को आकार देने में सक्षम होते हैं।
एसीपी विवेक रंजन राय ने लोक सेवा में अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को अनुशासन, नैतिकता और कानून का पालन जीवन में सफलता की नींव मानने की सलाह दी। डॉ. अभिलाषा गौर ने तकनीकी और डिजिटल कौशल की आवश्यकता पर जोर देते हुए छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार होने की प्रेरणा दी। विवेक गुप्ता ने उद्योग की अपेक्षाओं, टीमवर्क और व्यावहारिक अनुभव के महत्व पर चर्चा की।
जीआईपीएस प्राचार्य प्रो. (डॉ.) सविता मोहन ने छात्रों का स्वागत करते हुए उन्हें संस्थान के मूल्यों, सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों और शैक्षणिक अवसरों से परिचित कराया। डॉ. राजेश गुप्ता ने छात्रों को बधाई दी और उन्हें जीआईपीएस में उत्कृष्ट शिक्षा, समग्र विकास और विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का समापन छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ, जिसमें रचनात्मकता, ऊर्जा और नई शुरुआत की भावना झलक रही थी। ओरिएंटेशन दिवस ‘नवांकुर’ ने छात्रों को न केवल शिक्षा और करियर के महत्व के बारे में जागरूक किया, बल्कि उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत, अनुशासन और स्वयं पर भरोसा करने की सीख भी दी।
यह कार्यक्रम जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ के लिए एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जिसने छात्रों के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता, चरित्र निर्माण और समग्र विकास की नींव रखी।