बौद्धिक चेतना का विस्तार करते हैं गुरु : प्राचार्य

  • Post By Admin on Jul 21 2024
बौद्धिक चेतना का विस्तार करते हैं गुरु : प्राचार्य

मुजफ्फरपुर: आर.सी. कॉलेज, सकरा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर "गुरु-शिष्य परंपरा" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अमिता शर्मा ने की। दीप प्रज्वलन और अतिथियों को अंगवस्त्र देकर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

सभा को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. अमिता शर्मा ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में गुरु की भूमिका अतुलनीय है। गुरु बौद्धिक चेतना और क्षमता का विस्तार करते हैं। आदिकाल से ही गुरु की महत्ता समाज में अद्वितीय रही है। गुरु-शिष्य का संबंध परस्पर श्रद्धा और विश्वास पर आधारित होता है। उन्होंने विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस का उदाहरण देते हुए शिकागो की कथा भी सुनाई।

हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि 'गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु, गुरु देव महेश्वर, गुरु साक्षात परम ब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः' यानी गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश के समान दर्जा दिया गया है। गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं।

मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. विकास कुमार ने कहा कि गुरु से शिक्षक और शिष्य से छात्र बनने के दौरान बहुत खाई उत्पन्न हो गई है, जिसे पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है।

अतिथि के रूप में महाविद्यालय के सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार और प्राध्यापक डॉ. जनक प्रसाद सिंह 'मिथलेश' ने सभा को संबोधित किया। डॉ. जनक प्रसाद सिंह 'मिथलेश' ने विद्या और शिक्षा के अंतर को रेखांकित किया। दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. सिधेश्वर झा ने गुरु स्तुति का गायन किया।

हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. बलराम कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए गुरु-शिष्य परंपरा का प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया। महाविद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. रविशंकर सिंह और प्रधान सहायक श्री प्रदीप कुमार ने गुरु-शिष्य संबंध पर प्रकाश डाला। मंच संचालन राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. प्रणव प्रेमी और आभार ज्ञापन डॉ. बलराम कुमार द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम में शिक्षक डॉ. शांतनु सौरभ, डॉ. संतोष कुमार, अरित्रा सुमन, डॉ. राजकुमार मेहता, डॉ. अजय कुमार, डॉ. पंकज कुमार लाभ, डॉ. स्वाति रानी, डॉ. कायनात तबस्सुम और सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे। छात्र-छात्राओं में सौरभ कुमार, सुहाना कुमारी, संजना कुमारी, आफरीन खातून, फिरदौस खातून, अनामिका कुमारी, अलिसा नाज, शालिनी कुमारी, अजिजा इमाम ने क्रमशः भाषण, स्वागत गान और चित्र कला प्रदर्शन किया। सभा में सैकड़ों छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे ।