अपराधियों को दबोचने गई SSB के जवानों पर हमला, ग्रामीणों ने बनाया बंधक

  • Post By Admin on Mar 18 2025
अपराधियों को दबोचने गई SSB के जवानों पर हमला, ग्रामीणों ने बनाया बंधक

किशनगंज : जिले से एक बड़ी घटना सामने आई हैं, जिसमें एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) की टीम अपराधियों को गिरफ्तार करने के दौरान ग्रामीणों के हमले का शिकार हो गई। यह हमला उस समय हुआ जब एसएसबी की टीम ने बेलवा क्षेत्र में एक अपराधी को दबोच लिया था। अपराधियों ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए अपहरण का शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद असामाजिक तत्वों की भीड़ ने एसएसबी के जवानों पर हमला बोल दिया और उन्हें बंधक बना लिया।

पुलिस ने बताया कि एसएसबी की टीम को ग्रामीणों ने चारों ओर से घेर लिया और जवानों से मारपीट भी की। हालांकि, टीम ने बड़ी मुश्किल से सभी जवानों को सुरक्षित छुड़ाया और उन्हें थाने ले आई। इस घटना में चार एसएसबी जवान घायल हुए हैं। पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज की मदद लेने की बात कही है और जल्द ही गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

अपराधी की गिरफ्तारी से उत्पन्न हुआ विवाद

एसएसबी की 19वीं बटालियन को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ अपराधी बेलवा इलाके में सक्रिय हैं। इसके बाद एसएसबी की टीम ने छापेमारी की योजना बनाई और अपराधियों का पीछा करते हुए उन्हें दबोच लिया। हालांकि, जैसे ही इन अपराधियों को पकड़ा गया, उन्होंने अपहरण होने का झूठा शोर मचा दिया। इसके परिणामस्वरूप आसपास के ग्रामीण और असामाजिक तत्व मौके पर पहुंचे और एसएसबी के जवानों को बंधक बना लिया।

वीडियो फुटेज से आरोपियों की पहचान

इस घटना के बाद, पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की जाएगी। एसडीपीओ गौतम कुमार ने कहा कि हमारी टीम ने कानून के अनुसार कार्यवाही की थी, लेकिन उस दौरान असामाजिक तत्वों ने जवानों पर हमला किया और उन्हें बंधक बना लिया। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

बिहार में पुलिस और एसएसबी टीमों पर हमले की बढ़ती घटनाएँ

यह घटना उस समय हुई जब बिहार में पहले ही कई जगहों पर पुलिस और सुरक्षा बलों पर हमलों की खबरें आई थीं। हाल ही में मुंगेर, समस्तीपुर, भागलपुर, पटना के मनेर, नवादा और जहानाबाद में भी असामाजिक तत्वों ने पुलिस टीमों पर हमला किया था। इन घटनाओं में दो पुलिस अधिकारियों की जान गई थी और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 12 से 16 मार्च के बीच इन हमलों की एक श्रृंखला सामने आई, जिसमें कुल सात बार पुलिस टीमों पर हमला किया गया।