शताब्दी समारोह की तैयारियों के बीच स्वर्ण मंदिर को मिली उड़ाने की धमकी, अमृतसर में हाई अलर्ट
- Post By Admin on Jul 15 2025

अमृतसर : देश की सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। ईमेल के माध्यम से भेजी गई इस धमकी में श्री दरबार साहिब के लंगर हॉल को निशाना बनाने की बात कही गई है। इसके बाद मंदिर परिसर की सुरक्षा तत्काल कड़ी कर दी गई है और पूरे अमृतसर शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य कुलवंत सिंह मनन ने पुष्टि की कि धमकी के बाद SGPC की टास्क फोर्स को सख्त निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मंदिर के अंदर और आसपास पंजाब पुलिस की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है। संदिग्धों की तलाशी और निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
SGPC अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेसवार्ता में बताया, “हमें ईमेल के माध्यम से दरबार साहिब के लंगर हॉल को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी मिली है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि धमकी वास्तविक है या किसी शरारती तत्व की हरकत। संबंधित एसएचओ इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।”
धमकी ऐसे समय पर आई है जब SGPC द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में देशव्यापी धार्मिक आयोजनों की तैयारी की जा रही है। अध्यक्ष धामी ने बताया कि इस शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जाएगा।
धामी ने आगे कहा कि समारोह के दौरान सर्वधर्म सम्मेलन का भी आयोजन होगा, जिसमें सभी प्रमुख धर्मों के संत, शंकराचार्य और धार्मिक नेता शामिल होंगे। आयोजन के अंतर्गत विशेष नगर कीर्तन असम और जम्मू से निकाले जाएंगे, जो पंजाब के विभिन्न हिस्सों से होकर दरबार साहिब पहुंचेगा।
धार्मिक आयोजन और सुरक्षा एक साथ चुनौती
धमकी की टाइमिंग को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अब आगामी धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा रणनीति को भी नए सिरे से तैयार कर रही हैं। SGPC और प्रशासन के बीच लगातार समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई चूक न हो।
फिलहाल, स्वर्ण मंदिर परिसर के सभी प्रवेशद्वारों पर कड़ी निगरानी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। ईमेल की तकनीकी जांच साइबर सेल द्वारा की जा रही है, ताकि भेजने वाले की पहचान की जा सके।
धमकी के मद्देनज़र प्रशासन श्रद्धालुओं से भी अपील कर रहा है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें।