बक्सर का डुमरांव रेलवे स्टेशन बना शराब तस्करी का अड्डा, ट्रेनों से उतारी जाती है अवैध शराब 

  • Post By Admin on Oct 13 2025
बक्सर का डुमरांव रेलवे स्टेशन बना शराब तस्करी का अड्डा, ट्रेनों से उतारी जाती है अवैध शराब 

बक्सर : जिले का डुमरांव रेलवे स्टेशन की सुरक्षा का जिम्मा सिर्फ एक  होमगार्ड के कंधों पर है। जो 24 घंटे की ड्यूटी करने को मजबूर है।इन दिनों यह सुरक्षा के मामले में पूरी तरह लचर व्यवस्था का शिकार है।

शराब विक्रेताओं का स्टेशन पर रहता है जमावड़ा 

यह स्टेशन अब शराब तस्करी का मुख्य अड्डा बन चुका है, जहां न केवल ट्रेनों से अवैध शराब उतारी जाती है, बल्कि आसपास के शराब विक्रेताओं का जमावड़ा भी प्लेटफॉर्म पर बेखौफ रहता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्लेटफॉर्म पर खुले आम शराब बिक्री होती है और अपराधी चरित्र के लोग स्टेशन पर डेरा जमाए रहते हैं।

हाल ही में पकड़ा गया अवैध पटाखों का बड़ा खेप

दो दिन पहले टिकट काउंटर के समीप एक मकान में अवैध पटाखों का बड़ा खेप पकड़ा गया, जो स्टेशन की लापरवाह सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करता है। आए दिन होने वाली आपराधिक गतिविधियों के बावजूद शिकायत दर्ज करने में यात्रियों को बक्सर जाने की परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिससे लोग शिकायत करने से कतराते हैं।

ट्रेनों के आवागमन के समय स्टेशन पर जेबकतरों और उच्चकों की सक्रियता बढ़ जाती है, जिससे यात्रियों में हर समय डर का माहौल बना रहता है। पहले डुमरांव रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पोस्ट के साथ एक सब-इंस्पेक्टर और चार पुलिस जवानों की तैनाती थी, जहां छोटी-मोटी शिकायतें तुरंत दर्ज हो जाती थीं, लेकिन अब आरपीएफ के एक-दो सिपाही केवल खानापूर्ति के लिए हाजिरी लगाते हैं।

रेलवे की लापरवाही 

प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनों का ठहराव और हजारों यात्रियों का आवागमन होने के बावजूद सुरक्षा व्यवस्था की यह लापरवाही स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी का कारण बनी हुई है। खासकर चुनाव के समय में प्रशासन की यह उदासीनता किसी बड़ी घटना को न्योता दे सकती है।

स्थानीय लोग और यात्री प्रशासन से स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग कर रहे हैं, ताकि शराब तस्करी और अपराध पर अंकुश लगाया जा सके और यात्रियों को सुरक्षित माहौल मिले।