जम्मू-कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी का कहर, डेढ़ माह में 17 लोगों की मौत
- Post By Admin on Jan 21 2025

राजौरी : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में एक रहस्यमयी बीमारी ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। पिछले डेढ़ महीने में इस बीमारी के कारण 17 लोगों की जान जा चुकी है। मौतों का यह सिलसिला 7 दिसंबर 2024 से शुरू हुआ और अब तक जारी है। सबसे अधिक प्रभावित मोहम्मद असलम का परिवार है, जिनके छह बच्चों में से पांच पहले ही इस बीमारी का शिकार हो चुके थे। अब उनकी आखिरी बेटी यास्मीना जान की भी 19 जनवरी को मौत हो गई।
बीमारी का कारण अब तक अज्ञात
रहस्यमयी बीमारी से हो रही मौतों का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस बीमारी से पीड़ित लोग अचानक बीमार पड़ते हैं और कुछ ही दिनों में उनकी हालत गंभीर हो जाती है। अधिकांश मामलों में पीड़ितों को बचाया नहीं जा सका।
इलाज के दौरान हुई यास्मीना की मौत
मोहम्मद असलम की बेटी यास्मीना को 19 जनवरी को गंभीर हालत में जीएमसी राजौरी ले जाया गया। वहां से उसे जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत पहले ही दिन से बेहद नाजुक थी।
7 दिसंबर से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला
इस रहस्यमयी बीमारी का पहला मामला 7 दिसंबर 2024 को सामने आया। बधाल गांव में एक सामुदायिक भोज के बाद, एक परिवार के सात लोग बीमार हो गए। इनमें से पांच लोगों की मौत हो गई।
इसके बाद 12 दिसंबर को, एक अन्य परिवार के नौ लोग बीमारी से प्रभावित हुए। इस घटना में तीन लोगों की जान चली गई।
तीसरी घटना 12 जनवरी 2025 को हुई जब 10 लोगों का एक परिवार सामुदायिक भोजन के बाद बीमार पड़ गया। इस घटना में छह बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
19 जनवरी को इस बीमारी की आखिरी शिकार यास्मीना बन गई, जिसकी मौत के बाद मरने वालों की संख्या 17 तक पहुंच गई।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चुनौती
इस बीमारी ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को असमंजस में डाल दिया है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मौतों का कारण भोजन में किसी प्रकार का संक्रमण है या कोई और रहस्यमयी कारण। विशेषज्ञों की टीमें गांव में जांच कर रही हैं, लेकिन कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
बधाल गांव में इस बीमारी से दहशत का माहौल है। लोग सामुदायिक भोज और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बना रहे हैं। गांव में हर कोई अपने परिवार को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहा है।
सरकार से मदद की गुहार
प्रभावित परिवारों ने सरकार से मदद की अपील की है। उनका कहना है कि इस बीमारी का जल्द से जल्द पता लगाकर इसे रोकने के उपाय किए जाएं, ताकि और जानें न जाएं।