मुजफ्फरपुर का प्रिंक सॉक्स बना स्थानीय ब्रांड, बिहार के बाजार में चमका

  • Post By Admin on Jun 11 2024
मुजफ्फरपुर का प्रिंक सॉक्स बना स्थानीय ब्रांड, बिहार के बाजार में चमका

मुजफ्फरपुर : गौशाला रोड पर चल रहे 10-दिवसीय खादी मेला-सह-उद्यमी बाजार में स्थानीय उत्पादों के बीच प्रिंक सॉक्स का स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मुजफ्फरपुर में खादी और ग्रामोद्योग के प्रसार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस मेले में खादी वस्त्रों के साथ-साथ उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री हो रही है।

इस मेले का आयोजन खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग उत्पादों का प्रचार-प्रसार और उत्पादकों को उचित बाजार उपलब्ध कराने के लिए किया गया है, जिससे अधिक से अधिक बिक्री हो सके और इससे जुड़े कामगारों को प्रोत्साहन मिल सके। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (पीएमईजीपी) के तहत लाभान्वित उद्यमियों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का यह एक सुनहरा अवसर प्रदान किया गया है।

प्रिंक सॉक्स के संस्थापक प्रभात कुमार ठाकुर ने मालीघाट स्थित अपनी फैक्ट्री में पीएमईजीपी योजना के तहत मोजा का उत्पादन शुरू किया। सात साल पहले शुरू की गई यह कंपनी अब बिहार के बाजार में एक प्रतिष्ठित नाम बन गई है। ठाकुर ने बताया, “भारत सरकार की इस योजना ने हमें आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया और आज हमारे मोजों की पूरे राज्य में अच्छी मांग है।”

सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान के संयोजक और कठपुतली कलाकार सुनील सरला ने बताया कि इस मेले में खादी और ग्रामोद्योग के साथ-साथ हैण्डलूम, हैण्डीक्राफ्ट, हस्तशिल्प, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पीएमईजीपी, और जीविका समूह के स्टॉल भी लगाए गए हैं। यह मेला 08 जून से 17 जून 2024 तक प्रतिदिन ग्राहकों के लिए खुला रहेगा, और विभिन्न प्रकार के हस्त निर्मित और आधुनिक उत्पादों की बिक्री से उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहा है।

मेले में आने वाले ग्राहकों ने बताया कि उन्हें विभिन्न प्रकार के खादी कपड़े और अन्य उत्पाद उचित मूल्य पर मिल रहे हैं। एक स्थानीय निवासी, सुषमा देवी ने कहा, “यहां के उत्पाद न केवल सस्ते हैं बल्कि गर्मियों के लिए बेहद आरामदायक भी हैं। खादी के कपड़े हमारी त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं और पर्यावरण के लिए भी अच्छे हैं।”

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और अन्य सरकारी योजनाओं से लाभान्वित उद्यमियों के लिए ऐसे मेले का आयोजन एक बड़ी पहल साबित हो रही है। सरला ने बताया कि “इस तरह के प्रदर्शनी और मेले से नए उद्यमियों को अपने उत्पादों को बाजार में लाने का अच्छा मौका मिलता है, जिससे उन्हें व्यापक ग्राहक आधार मिलता है और उनकी आमदनी बढ़ती है।”

मेले में प्रिंक सॉक्स के अलावा अन्य आकर्षण भी मौजूद हैं। विभिन्न हस्तशिल्प और ग्रामोद्योग उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला ने स्थानीय और बाहरी ग्राहकों का ध्यान आकर्षित किया है। कई उपभोक्ता इन उत्पादों की खरीदारी कर रहे हैं और साथ ही प्रदर्शनी के विभिन्न स्टॉलों पर लगाई गई हस्तनिर्मित वस्तुओं का आनंद भी ले रहे हैं।

गौशाला रोड पर चल रहा यह खादी मेला न केवल स्थानीय उत्पादकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी एक अनूठा अनुभव है। प्रिंक सॉक्स जैसे ब्रांडों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर उद्यमी अपने व्यवसाय को कैसे बढ़ा सकते हैं। मेले का आयोजन 17 जून तक जारी रहेगा, और यह स्थानीय उत्पादकों को समर्थन और उपभोक्ताओं को गुणवत्ता उत्पाद प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम बना रहेगा।