विश्व किडनी दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण

  • Post By Admin on Mar 14 2024
विश्व किडनी दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण

लखीसराय : पर्यावरण संरक्षण मानव जीवन हेतु अनिवार्य है। इसके बिना मानव जीवन संभव नहीं है। पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शान्डिल्य ने कहा कि मानव अपने स्वार्थ के लिए धन, संपदा, हीरा, जवाहरात, चाँदी, सोना का संचय और महल का निर्माण करते हैं। परन्तु यदि मानव अस्वस्थ है तो उनके लिये धन-दौलत व्यर्थ महसूस होने लगता है। तब वे पछताते हैं कि "मैंने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया।" कहावत है-अब पछताये होत क्या, जब चिड़ियाँ चुग गई खेत। शान्डिल्य ने बताया कि 14 मार्च 2024 विश्व किडनी दिवस है। इस वर्ष का थीम है- सभी मानव का किडनी स्वस्थ हो।

इन्टरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलाॅजी तथा इन्टरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास के बाद 2006 में मार्च माह के दूसरे गुरुवार को प्रथम बार विश्व किडनी दिवस मनाया गया। इसमें 66 देश एकजुट होकर कीडनी दिवस मनाया। 2 वर्ष के बाद 88 देशों ने भाग लिए। विश्व किडनी दिवस मनाने का उद्देश्य है कि क्राॅनिक किडनी रोग से बचें। किडनी शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। इसके माध्यम से शरीर में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलता है। संसार के मानव को जागरूक करने के उद्देश्य से ही विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। किडनी की बीमारियों से बचने हेतु नियमित दौड़ना, टहलना, साईकिल चलाना, डांस, योग अभ्यास करना चाहिए। हार्ट, लिवर, लंग्स को चलाने में किडनी सहायक है। कमर के पास फैट को कम करने हेतु प्रतिदिन व्यायाम करना अनिवार्य है। इससे किडनी स्वस्थ होता है। ऐसे सुअवसर पर पौधारोपण मानव जीवन हेतु लाभप्रद है। संसार के मानव को ऐसे मौके पर पौधारोपण करना ही चाहिए।

पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में गंगा समग्र  के रमाशंकर सिन्हा, राम बिलास शान्डिल्य, जय प्रकाश नारायण, सक्षम के डॉ. कान्त मनु चौरसिया, क्रिकेट कोच संतोष कुमार, अमर्त्य, तेजस्वी कुमार, रत्नेश्वर सिन्हा, इंजीनियर कन्हैया कुमार, शिवम भारद्वाज, पंचानंद कुमार, अभिषेक कुमार वर्मा इत्यादि ने भाग लिए।