राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Mar 04 2024
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लखीसराय : राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा फलदार वृक्ष लीची का पौधारोपण राजधानी पटना के राजेन्द्र नगर के शाखा मैदान में किया गया। पर्यावरण संतुलन हेतु पर्यावरण भारती 2008 से ही लगातार वृक्षारोपण अभियान चला रही है। पर्यावरण भारती द्वारा अभी तक 1,13,953 (एक लाख तेरह हजार नौ सौ तिरपन) पेड़ लगाए गए हैं। पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक तथा अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शान्डिल्य ने बताया कि जीवन हेतु पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। पर्यावरण 5 "ज" जल, जंगल, जमीन, जानवर और जन (मानव) से बना है। जन अर्थात मानव का स्थान पर्यावरण में 5वां और अंतिम है। यदि ऊपर के चारों समाप्त हो जाएंगे तो मानव जीवन संसार से स्वतः विलुप्त हो जाएगा। परन्तु मानव विज्ञान के चकाचौंध में श्रेष्ठ मानने की भूल कर रहे हैं। अतः पर्यावरण संकट स्पष्ट दिखाई दे रहा है। कश्मीर में बर्फीली तूफान से पर्यटक की मौत हो गई। ब्राजील में अति वृष्टि से बाढ़ आ गया। ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन, भूकंप, बज्रपात, बादल फटना जैसी प्राकृतिक आपदाएं ग्लोबल वार्मिंग के कारण हुआ है। जंगलों की अंधाधुंध कटाई से ओजोन परत में छिद्र हो गई है। इससे दुनियाभर में पृथ्वी का तापमान अचानक बढ़ गया है। 33 % जंगल संसार में होना चाहिए। परन्तु 15 % जंगल ही बचा है। जंगलों में भीषण आग लगने से भी पर्यावरण संकट बढ़ा है। इससे बचाव का एक ही मार्ग है "वृक्षारोपण"।
उत्तर पूर्व क्षेत्र प्रचारक प्रमुख माननीय अरूण कुमार ने बताया कि 4 मार्च 2024 राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस है। इसका उद्देश्य है कि देशभर में होने वाली दुर्घटनाओं से मानव को जागरूक करना और बचाव के उपाय की जानकारी देना है। 4 मार्च 1965 को सुरक्षा, स्वास्थ्य तथा पर्यावरण हेतु राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी। 4 मार्च 1972 को भारत में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया। 2024 का थीम है "सड़क दुर्घटना रोकना।" श्री शान्डिल्य ने बताया कि देवी सीता माता का जन्म फाल्गुन कृष्ण अष्टमी और आज ही के दिन 4 मार्च को बिहार राज्य के सीतामढ़ी में हुआ था। आज माता सीता जी का पूजन होता है। ऐसे सुअवसर पर वृक्षारोपण महत्वपूर्ण कार्य है।
पर्यावरण भारती के वृक्षारोपण कार्यक्रम में अरूण कुमार, चार्टर एकाउंटेंट ऋचा कुमारी, राम बिलास शान्डिल्य, क्रिकेट कोच संतोष कुमार, इंजीनियर कन्हैया कुमार, डॉ. सावरकर ताँती, दिनेश कुमार ठाकुर, अक्षत राज, दीपक कुमार, रोहित, रौशन, सौरभ, पंचानंद इत्यादि ने भाग लिए।