अतीत से हुई नई पीढ़ी की मुलाकात : लखीसराय में विश्व धरोहर सप्ताह सफलतापूर्वक समाप्त

  • Post By Admin on Nov 25 2025
अतीत से हुई नई पीढ़ी की मुलाकात : लखीसराय में विश्व धरोहर सप्ताह सफलतापूर्वक समाप्त

लखीसराय : विश्व धरोहर सप्ताह के अंतिम दिन सोमवार को आयोजित हेरिटेज वॉक ने जिले की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पहचान को नई ऊर्जा दी। सप्ताहभर चली गतिविधियों के भव्य समापन के रूप में छात्र-छात्राओं का सैकड़ों की संख्या में लाली पहाड़ी और बालगुदर गढ़ टीला पहुंचकर सहभागिता करना जिले में विरासत संरक्षण के प्रति बढ़ती जागरूकता का सशक्त संकेत बना।

बिहार विरासत विकास समिति पटना, लखीसराय संग्रहालय और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में राजकीय उच्च विद्यालय हसनपुर के 300 से अधिक विद्यार्थियों ने “हमारी धरोहर, हमारी शान” जैसे नारों के साथ हेरिटेज वॉक की शुरुआत की। लाली पहाड़ी पहुंचने पर बच्चों ने पहाड़ी पर स्थित प्राचीन बौद्ध विहार के अवशेषों को करीब से देखा और इसके इतिहास को समझा।

जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि लाली पहाड़ी का बौद्ध विहार देश का इकलौता ऐसा विहार है जो पहाड़ी पर निर्मित और विशिष्ट रूप से महिलाओं के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने बताया कि 25 नवंबर 2017 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू कराए गए उत्खनन के बाद इस स्थल का महत्व राष्ट्रीय स्तर पर उभरा है।

जिलाधिकारी ने बालगुदर गढ़ टीले के उत्खनन को भी ऐतिहासिक शोध के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए इसे जिले की धरोहर पहचान का विस्तार बताया। कार्यक्रम के दौरान धरोहर सप्ताह के समन्वयक शिक्षक पीयूष कुमार झा को चादर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इसी क्रम में रामेश्वर सिंह प्लस टू उच्च विद्यालय बालगुदर के छात्र-छात्राओं ने प्रधानाध्यापक संजय कुमार और शिक्षक मधुसूदन कुमार के नेतृत्व में गांव का भ्रमण करते हुए बालगुदर गढ़ टीले पर अपनी हेरिटेज वॉक पूरी की। यहां विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से धरोहर संरक्षण का संकल्प लिया। बिहार संग्रहालय के निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने संग्रहालय की छत से विद्यार्थियों का अभिवादन कर उत्साह बढ़ाया।

सप्ताहभर जिले में क्विज, पेंटिंग, संवाद, प्रदर्शनियों और जागरूकता कार्यक्रमों ने स्थानीय धरोहरों के प्रति नई पीढ़ी में गहरी रुचि पैदा की। इसी के साथ लखीसराय में सात दिवसीय विश्व धरोहर सप्ताह का सफल समापन हुआ, जिसने सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति गर्व और संरक्षण की भावना को और मजबूत किया।

कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री मिथिलेश मिश्र, डीईओ यदुवंश राम, संग्रहालयाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार यादव, समिति समन्वयक डॉ. अमित कुमार, इतिहासविद् प्रो. अनिल कुमार सहित कई शिक्षक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।