लॉकअप में युवक के मौत का मामला पहुँचा मानवाधिकार आयोग,पीड़ित परिवार ने दायर की याचिका
- Post By Admin on Mar 17 2025

मुजफ्फरपुर : जिले के पानापुर ओ.पी. की पुलिस द्वारा कथित तौर पर लॉक-अप में बंद कर युवक की बेरहमी से पिटाई का मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) और बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग (बीएचआरसी) में पहुँच गया है। पीड़ित परिवार ने मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा के माध्यम से दोनों आयोगों में याचिका दायर की है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पीड़ित परिवार ने पानापुर ओ.पी. के अध्यक्ष राजबल्लभ यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। घटनाक्रम के अनुसार, रौशन प्रताप सिंह अपने साले अमन कुमार से मिलने थाना पहुंचे थे, जहां पुलिस ने पहले अमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। पीड़ित परिवार का आरोप है कि ओ.पी. अध्यक्ष राजबल्लभ यादव ने अमन कुमार को छोड़ने के एवज में रौशन प्रताप सिंह से एक लाख रुपये की घूस की मांग की। जब रौशन ने इस मांग का विरोध किया, तो गुस्से में आकर ओ.पी. अध्यक्ष ने उन्हें भी लॉक-अप में बंद कर दिया।
आरोप है कि पुलिस ने रौशन प्रताप सिंह का मुँह, हाथ और पैर बांधकर बेरहमी से पिटाई की। जब रौशन के परिवार के अन्य सदस्य ओ.पी. में पहुंचे और दोनों को छोड़ने की गुहार लगाई, तो ओ.पी. अध्यक्ष ने एक लाख रुपये की फिरौती की बात दोहराई और 70 हजार रुपये की राशि लेकर दोनों को रिहा कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने रौशन प्रताप सिंह की अपाचे मोटरसाइकिल को भी कब्जे में ले लिया और उसे लौटाने के बदले 30 हजार रुपये की अतिरिक्त मांग की। इसके बाद रौशन प्रताप सिंह को गंभीर चोटें आईं और उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काँटी में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर किया गया। जिसके बाद उनकी स्थिति गंभीर बन गई।
मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने इस मामले को मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला बताया और कहा कि ऐसे मामलों में कानूनी तथा न्यायिक पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है। उन्होंने मानवाधिकार आयोग से जल्द से जल्द जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इस घटना ने पुलिस प्रशासन के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और अब यह मामला मानवाधिकार आयोग में पहुंचकर जांच के दायरे में है। पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद लिए उच्च अधिकारियों और मानवाधिकार आयोग से मदद की गुहार लगा रहा है।