एल.एन.टी. कॉलेज में मानवाधिकारों की सामाजिक–प्रशासनिक प्रासंगिकता पर विशेष व्याख्यान

  • Post By Admin on Dec 09 2025
एल.एन.टी. कॉलेज में मानवाधिकारों की सामाजिक–प्रशासनिक प्रासंगिकता पर विशेष व्याख्यान

मुजफ्फरपुर : ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (10 दिसंबर) की पूर्व संध्या पर एकदिवसीय विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. ममता रानी ने की।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्या डॉ. ममता रानी ने कहा कि मानवाधिकारों की रक्षा तभी सुनिश्चित होती है जब नागरिक अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करें। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि अधिकार और जिम्मेदारी एक-दूसरे के पूरक हैं और इनका संतुलन ही एक संवेदनशील व सशक्त समाज की नींव रखता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता, सीटी–एसपी मुजफ्फरपुर श्री कोटा किरण कुमार ने मानवाधिकारों के प्रशासनिक एवं सामाजिक आयामों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने पुलिस–जनसंख्या अनुपात की चुनौती का उल्लेख करते हुए कहा कि इस असंतुलन के कारण कानून-व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, अतः नागरिकों में कानूनी जागरूकता और उत्तरदायित्व की भावना विकसित होना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा—“अधिकारों का पालन करना जनता का कार्य है और उनके पालन को सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। दोनों के बीच संतुलन स्थापित होने पर ही मानवाधिकारों का समुचित संरक्षण संभव है।”

उन्होंने गांधीजी के विचारों का उल्लेख करते हुए बताया कि वास्तविक परिवर्तन व्यक्ति के आचरण से शुरू होता है। साथ ही उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए गन कल्चर के उन्मूलन, सार्वजनिक संस्थाओं के दुरुपयोग पर रोक तथा कानून के प्रति जन-जागरूकता को अत्यंत आवश्यक बताया।

राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. कांतेश कुमार ने संविधान में निहित मौलिक अधिकारों पर विस्तार से चर्चा करते हुए जीवन, समानता, स्वतंत्रता और गरिमा को मानवाधिकारों की आधारशिला बताया। उन्होंने जेंडर समानता और मानवीय दृष्टिकोण को समय की आवश्यकता करार दिया।

कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अर्चना सिंह ने प्रभावी मंच-संचालन किया, जबकि सह-संयोजक डॉ. शशि कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।

सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित यह कार्यक्रम शैक्षणिक गरिमा और अनुशासन के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।