बाबा संत गाडगे की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित, पाठ्य सामग्री वितरित
- Post By Admin on Feb 23 2025
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मुजफ्फरपुर : रविवार को, 'एक प्रयास मंच' द्वारा पुरानी गुदरी बहलखाना रोड स्थित कार्यालय में भारत के महान समाज सुधारक और सामाजिक शिक्षक संत गाडगे बाबा की 149वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मंच के संस्थापक संजय रजक ने कहा कि आज ही के दिन 23 फरवरी 1876 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले के अंजनगांव सुरजी तालुका के शेडगावो ग्राम में संत गाडगे बाबा का जन्म हुआ था।
संत गाडगे बाबा ने समाज में शिक्षा का महत्व समझाया और अपने संदेश में कहा कि "शिक्षा हर किसी के लिए अति आवश्यक है, यदि खाने की थाली बेचनी पड़े तो बेचकर शिक्षा ग्रहण करो।" उन्होंने 21 शिक्षण संस्थानों और 100 से अधिक अन्य सामाजिक संस्थानों की स्थापना की। बाबा ने अपने जीवन में हमेशा स्वच्छता को महत्व दिया और जब भी किसी गांव में जाते, वहां की गंदगी देखकर स्वयं सफाई करने लगते थे। उनका यह कार्य गांववासियों को प्रेरित करता और वे बाबा को कुछ पैसे देते, जिनसे उन्होंने स्कूल, अस्पताल, धर्मशालाएं, गौशालाएं और छात्रावासों का निर्माण कराया।
संत गाडगे बाबा के योगदान को सम्मानित करते हुए, 1 मई 1983 को महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर विश्वविद्यालय को विभाजित कर 'संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय' की स्थापना की। इसके अलावा, 20 दिसंबर 1998 को भारत सरकार ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग संत गाडगे बाबा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें शत-शत नमन किया। साथ ही, पाठ्य सामग्री का वितरण भी किया गया ताकि लोग शिक्षा के महत्व को समझें और अपने परिवार, समाज और देश का नाम रौशन करें। कार्यक्रम में रमेश रजक, विश्वनाथ रजक, शिवकुमारी देवी, मोनी देवी, मीना देवी, राजा रजक, जीत रजक और संजय रजक समेत अन्य लोग उपस्थित थे।