प्रेमचंद जयंती पखवाड़ा : अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ जनजागरण का मंच बना चंद्रशेखर भवन

  • Post By Admin on Aug 04 2025
प्रेमचंद जयंती पखवाड़ा : अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ जनजागरण का मंच बना चंद्रशेखर भवन

मुजफ्फरपुर : बिहार राज्य जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा "विकल्प" की जागृति इकाई, मालीघाट इकाई एवं नवोदित इकाई के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा स्थित चंद्रशेखर भवन में प्रेमचंद जयंती पखवाड़ा का आयोजन उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत "अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ - प्रेमचंद" विषयक विचार गोष्ठी व परिचर्चा से हुई, जिसमें समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध प्रेमचंद की भूमिका को गंभीरता से विश्लेषित किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता नंद किशोर तिवारी, अली अहमद मंजर, कुमार विरल व प्रो. मनोज कुमार ने की, जबकि मंच संचालन विकल्प के राज्य सचिव बैजू कुमार ने किया।

कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत प्रेमचंद की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके उपरांत उपस्थित कलाकारों द्वारा जनवादी गीतों की सजीव प्रस्तुति दी गई, जिसने माहौल को भावनात्मक और विचारोत्तेजक बना दिया।

विचार गोष्ठी का उद्घाटन करते हुए साहित्यकार डॉ. नंद किशोर नंदन नेकिया ने प्रेमचंद को भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का महान योद्धा बताया और कहा कि उन्होंने न सिर्फ साहित्य के माध्यम से, बल्कि किसान-मजदूरों के संघर्ष में भी अग्रणी भूमिका निभाई।

विषय प्रवेश कराते हुए डॉ. कृष्ण नंदन सिंह ने प्रेमचंद को अंधविश्वास और पाखंड के विरुद्ध आवाज बुलंद करने वाला जनचेतना का लेखक बताया। चन्द्रमोहन प्रसाद ने इस विषय पर एक सारगर्भित आलेख प्रस्तुत किया, जिस पर चर्चा करते हुए प्रो. मनोज कुमार ने कहा कि “आज भी युवा पीढ़ी अंधविश्वास और नशे के जाल में उलझी है, जिससे समाज को गंभीर खतरा है।”

परिचर्चा में उदय चौधरी, सुरेंद्र कुमार, अरविंद कुमार, विजय कुमार, स्वाधीन दास, सोनू सरकार, राजेश कुमार, पूजा, नीरज कुमार, अजय सिंह, विभाकर विमल, पूनम कुमारी सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता अली अहमद मंजर ने की व संचालन प्रो. कुमार विरल ने किया। इस सत्र में सिबगतुल्लाह हमिदी, महफूज अहमद आरिफ, ओमप्रकाश गुप्ता, श्यामल श्रीवास्तव, अभय कुमार शब्द, अमन कुमार, प्रो. मनोज कुमार और बैजू कुमार जैसे रचनाकारों ने अपनी कविताओं से समाज के यथार्थ को अभिव्यक्त किया।

इस अवसर पर विकल्प की जागृति इकाई के सचिव विभाकर विमल व नवोदित इकाई की सचिव पूनम देवी के नेतृत्व में जनगीतों की सामूहिक प्रस्तुति हुई, जिसमें अधिवक्ता मनोज कुमार, नीरज प्रकाश, रिया, रितु, कृति, साक्षी, रिद्धि समेत कई युवा कलाकारों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में रिंकू देवी, फहरत परवीन, निशा, मनीषा, आर्यन, साहिल, मानसी, अभिमन्यु, अंकित, अर्णव, आरती, रोमा समेत अनेक स्थानीय नागरिक, संस्कृतिकर्मी और विद्यार्थियों की सक्रिय उपस्थिति रही।

समापन पर मालीघाट इकाई की शाखा सचिव पूजा कुमारी ने आभार प्रदर्शन किया और कहा कि प्रेमचंद की विचारधारा आज भी समाज को दिशा देने में पूरी तरह प्रासंगिक है।