सशर्त जमानत से प्रशांत किशोर का इनकार, बोले जेल गए तो भी जारी रखेंगे अनशन
- Post By Admin on Jan 06 2025

पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर सिविल कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उन्हें 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी, लेकिन प्रशांत किशोर ने सशर्त जमानत लेने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि अगर उन्हें जेल भेजा गया तो भी उनका अनशन जारी रहेगा।
प्रशांत किशोर का अनशन जारी रहेगा
प्रशांत किशोर ने अदालत से कहा कि वह अपनी मांगों के समर्थन में अनशन जारी रखेंगे चाहे उन्हें जेल भेजा जाए या नहीं। उनका यह भी कहना था कि धरना प्रदर्शन करना उनका अधिकार है और वह इस शर्त पर जमानत नहीं लेंगे कि भविष्य में इस तरह के किसी भी प्रदर्शन से बचेंगे। प्रशांत किशोर के वकील शिवानंद गिरी ने बताया कि अदालत ने जमानत की शर्त रखी थी कि उन्हें 25 हजार रुपये का पीआर बॉन्ड भरना होगा और भविष्य में इस तरह के किसी भी प्रदर्शन से बचेंगे, यह शर्त स्वीकार करने से प्रशांत किशोर ने मना कर दिया है।
पुलिस और जन सुराज समर्थकों के बीच झड़प
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद गांधी मैदान में पुलिस और जन सुराज के समर्थकों के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने गांधी मैदान के सभी गेट बंद कर दिए और प्रशांत किशोर को मेडिकल जांच के लिए फतुहा अस्पताल भेजा। इस दौरान जन सुराज पार्टी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारा। बाद में, उन्हें पटना एम्स ले जाया गया। जहां जन सुराज के समर्थकों और पुलिस के बीच फिर से झड़प हुई।
जन सुराज ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्यवाई के विरोध में जन सुराज पार्टी ने राज्यभर में प्रदर्शन का ऐलान किया है। पार्टी ने यह भी घोषणा की कि बीपीएससी परीक्षा को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। इसके अलावा, महागठबंधन ने भी बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे पर बिहार में प्रतिरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है, जिसमें आरजेडी और अन्य सहयोगी दलों के छात्र संगठन शामिल होंगे।
बीपीएससी परीक्षा में धांधली का आरोप
बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित की गई थी। परीक्षा में धांधली के आरोपों के बाद अभ्यर्थियों ने पटना के गर्दनीबाग में धरना शुरू किया। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ गया। प्रशांत किशोर से लेकर तेजस्वी यादव, पप्पू यादव और अन्य विपक्षी नेताओं ने अभ्यर्थियों के समर्थन में आवाज उठाई।
डीएम चंद्रशेखर का बयान
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रशांत किशोर के अनशन के दौरान 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 30 लोगों की पहचान की गई हैजिनमें से 5-6 लोग ही पटना के थे। जबकि अन्य लोग बिहार के बाहर से आए थे, जिनमें यूपी और दिल्ली के लोग भी शामिल थे।
प्रशांत किशोर का बेल बॉन्ड पर रुख
प्रशांत किशोर ने जमानत मिलने के बावजूद बेल बॉन्ड भरने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब उन्होंने कोई अपराध नहीं किया तो उन्हें बेल बॉन्ड क्यों भरना पड़े। फिलहाल प्रशांत किशोर का रुख स्पष्ट है कि वह जमानत की शर्तों को स्वीकार नहीं करेंगे।