वक्फ बोर्ड पर भाजपा की संविधान विरोधी साजिश में शामिल जदयू को जनता देगी जवाब: आफताब आलम

  • Post By Admin on Apr 05 2025
वक्फ बोर्ड पर भाजपा की संविधान विरोधी साजिश में शामिल जदयू को जनता देगी जवाब: आफताब आलम

मुज़फ्फरपुर : इंसाफ मंच के बैनर तले आज पक्की सराय चौक, चंदवारा में वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर मंच के कार्यकर्ताओं ने बिल की प्रतियों को जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया और सरकार से इसे अविलंब वापस लेने की मांग की।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आरवाईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इंसाफ मंच बिहार के उपाध्यक्ष आफताब आलम ने कहा कि वक्फ बोर्ड मुस्लिम समुदाय की धार्मिक, सांस्कृतिक और दान स्वरूप दी गई संपत्तियों की देखरेख करता है। प्रस्तावित संशोधन के तहत इन सभी संपत्तियों के पंजीकरण को अनिवार्य कर राज्य नियंत्रण की बात कही गई है, जो मुस्लिम पहचान, धार्मिक आजादी और संस्कृति पर सीधा हमला है। उन्होंने इस विधेयक को सांप्रदायिक और संविधान विरोधी करार देते हुए इसकी तत्काल वापसी की मांग की।

इंसाफ मंच बिहार के सह सचिव इंजीनियर ज़फर आज़म ने कहा कि मोदी सरकार लगातार मुस्लिम समुदाय को निशाना बना रही है। पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA), फिर यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) और अब वक्फ संशोधन बिल—ये सभी संविधान के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यूसीसी का लागू होना अलग-अलग धर्मों और जातियों के बीच व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है।

इंसाफ मंच मुजफ्फरपुर के कोषाध्यक्ष एजाज अहमद ने आरोप लगाया कि भाजपा की साजिश में जदयू और तेलुगु देशम जैसी पार्टियां भी शामिल हैं, जिन्होंने इस संविधान विरोधी बिल का समर्थन कर अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ काम किया है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को विशेष महत्व दिया था और आज उन्हीं अधिकारों पर कुठाराघात हो रहा है। प्रदर्शन में शामिल सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि जब तक यह बिल वापस नहीं लिया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इंसाफ मंच ने स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकतांत्रिक आवाज को दबाने की कोशिश की, जो शर्मनाक है। प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

प्रदर्शन में आफताब आलम, इंजीनियर ज़फर आज़म, एजाज अहमद, शफीकुर्रहमान, जावेद कैसर, वसीम अहमद मुन्ना, डॉ. आफताब, शीबगतुल्लाह रहमानी, एजाजुल इस्लाम नूर भाई, खालिद कमर असकरी, परवेज अख्तर चांद, मोहम्मद नौशाद समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।