पर्यावरण भारती ने लिया कंक्रीट के जंगल के बीच हरियाली बढ़ाने का संकल्प
- Post By Admin on Sep 03 2024

लखीसराय: आधुनिक विज्ञान और विकास की दौड़ में जहां कंक्रीट के जंगल तेजी से खड़े हो रहे हैं, वहीं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने अंतर्राष्ट्रीय गगनचुंबी इमारत दिवस के अवसर पर पौधारोपण का महत्वपूर्ण कार्य किया। 3 सितंबर को मनाए जाने वाले इस विशेष दिवस पर संगठन द्वारा 10 पौधों का रोपण किया गया।
राम बिलास शाण्डिल्य ने बताया कि विश्वभर में गगनचुंबी इमारतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग को भी बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि संसार में पहली गगनचुंबी इमारत 1885 में अमेरिका के शिकागो में बनी थी, जिसका नाम "होम इंश्योरेंस बिल्डिंग" है, जो 10 मंजिला है। वर्तमान समय में सबसे ऊंची इमारत दुबई, यूएई में स्थित बुर्ज खलीफा है, जिसकी ऊंचाई 828 मीटर या 2,717 फीट है। इसके बाद चीन के संघाई में 632 मीटर ऊंची इमारत है। जो भी बिल्डिंग 150 मीटर या 492 फीट से अधिक ऊंची हो, वह गगनचुंबी कहलाती है।
3 सितंबर को आधुनिक वास्तु शास्त्र के जनक लुई हेनरी सुलिवन का जन्मदिन भी है, जिनके सम्मान में इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय गगनचुंबी इमारत दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म 1856 में हुआ था और देहावसान 14 अप्रैल 1924 को अमेरिका में हुआ था। इस विशेष अवसर पर पौधारोपण का कार्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पर्यावरण भारती के इस पौधारोपण अभियान में अंशुधर भारती, राम बिलास शाण्डिल्य, मनोज दयाल, सत्यनारायण ठाकुर, विपिन बिहारी प्रसाद, अशोक कुमार, अमरनाथ सिंह, नीरज नयन, साक्षी देवी, रंजन कुमार, भोला प्रसाद, शिवांश, और देवांश सहित कई अन्य सदस्यों ने भाग लिया।