विश्व प्लंबिंग दिवस पर पर्यावरण भारती का वृक्षारोपण, जल संरक्षण का दिया संदेश
- Post By Admin on Mar 11 2025

लखीसराय : जल संरक्षण को लेकर पर्यावरण भारती द्वारा बिछवे, चानन, कियूल और लखीसराय में मंगलवार को वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्व प्लंबिंग दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य जल के महत्व और प्लंबिंग की भूमिका को समझाना था।
पर्यावरण भारती के संस्थापक और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने इस मौके पर कहा, "जल ही जीवन है, और जल है तो कल है। जल की महत्ता केवल मानव जीवन के लिए नहीं, बल्कि सभी जीव-जन्तुओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। बिना जल के जीवन असंभव है।" उन्होंने यह भी बताया कि पानी की बर्बादी रोकने और बीमारियों से बचाव के लिए प्रशिक्षित प्लंबर की आवश्यकता है और इसी उद्देश्य के तहत 2010 से विश्व प्लंबिंग दिवस मनाया जा रहा है।
शाण्डिल्य ने यह भी कहा कि साफ-सुथरे शहरों और स्वच्छ शौचालयों के लिए प्लंबिंग की भूमिका अहम है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका में शौचालय के फ्लश करने में 38% पानी की खपत होती है, जिससे जल संरक्षण का महत्व और बढ़ जाता है।
इस कार्यक्रम में वृक्षारोपण को जल संरक्षण से जोड़ते हुए बताया गया कि वृक्षों का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह जल संरक्षण में सहायक होते हैं।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुनि लाल महतों, दयानंद महतों, उमेश महतों, प्रेम प्रकाश महतों, ऋषिदेव महतों, सागर महतों, राम बिलास शाण्डिल्य, मनीष कुमार और आयूष कुमार समेत कई अन्य लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम ने जल संरक्षण और प्लंबिंग के महत्व को उजागर किया और इसके प्रति जन जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।