राष्ट्रीय बायोडीजल दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण, दिया हरित भविष्य का संदेश

  • Post By Admin on Mar 18 2025
राष्ट्रीय बायोडीजल दिवस पर पर्यावरण भारती ने किया पौधारोपण, दिया हरित भविष्य का संदेश

पटना : राष्ट्रीय बायोडीजल दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजधानी पटना के राजेंद्र नगर स्थित शाखा मैदान में पर्यावरण भारती द्वारा विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान देव वृक्ष पीपल, फलदार बेल और छायादार सिरीश के पौधे लगाए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण भारती महानगर पेड़ उपक्रम प्रमुख हिमालय ने किया।

इस अवसर पर पर्यावरण भारती के संस्थापक और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और बढ़ते प्रदूषण ने मानव जीवन को संकट में डाल दिया है। उन्होंने कहा, "महानगरों में कंक्रीट के जंगल उग आए हैं। पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों और अंधाधुंध पेड़ कटाई के कारण प्राकृतिक ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है। वायु, जल, ध्वनि और मिट्टी का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है।"

शाण्डिल्य ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को अपने घर और आसपास कम से कम 10 पेड़ लगाने चाहिए और पांच वर्षों तक उनकी देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने वृक्ष सेवा का महत्व बताते हुए कहा,  
"तुलसी, पीपल, वट-वृक्ष, आँवला पूजित हैं सारे। हरियाली, खुशहाली देते, भवसागर तारे।"

कार्यक्रम में मौजूद पर्यावरण भारती के प्रांत टोली सदस्य इंजीनियर सुनील कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय बायोडीजल दिवस का महत्व बताते हुए कहा कि 18 मार्च 1858 को डीजल इंजन के आविष्कारक रुडोल्फ डीजल का जन्म हुआ था। उन्होंने 1900 में मूंगफली तेल से चलने वाला इंजन तैयार किया था। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 2009 में जैव ईंधन नीति बनाकर रतनजोत (जटरोफा) की खेती को बढ़ावा दिया। राजस्थान के कई जिलों में यह खेती कर वहां के बंजर भूमि को भी उपयोगी बना दिया गया। 

इंजीनियर सिन्हा ने कहा कि देश में पहला बायोडीजल संयंत्र उदयपुर के झागरकोटड़ा में स्थापित हुआ था और अब राजस्थान में पांच बायोडीजल प्लांट संचालित हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने क्षतिग्रस्त खाद्यान्न जैसे टूटे चावल और गेहूं से एथेनॉल बनाने की भी अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि बायोडीजल से न केवल ईंधन की जरूरतें पूरी होंगी बल्कि प्रदूषण नियंत्रण में भी सहायता मिलेगी।

पौधारोपण कार्यक्रम में जल उपक्रम प्रमुख रणधीर कुमार सिन्हा, महानगर पोलिथीन उपक्रम प्रमुख नीरज नयन, पर्यावरण प्रहरी दिनेश कुमार गुप्ता, सत्येंद्र कुमार ओझा, दीपक कुमार, नवल सिंह, अनिल कुमार समेत कई पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे। सभी ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और जैव ईंधन के महत्व को समझते हुए हर वर्ष इस दिवस को मनाने की अपील की।