रेलवे में सुधार की मांग को लेकर एआईडीवाईओ का प्रतिवाद मार्च, केंद्रीय रेल मंत्री को सौंपा ज्ञापन
- Post By Admin on Sep 12 2024
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मुजफ्फरपुर : गुरुवार को एआईडीवाईओ की मुजफ्फरपुर जिला कमिटी के बैनर तले रेलवे में सुधार की विभिन्न मांगों को लेकर एक विरोध मार्च आयोजित किया गया। यह मार्च मोतीझील से शुरू होकर मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन तक पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन स्टेशन मास्टर को सौंपा। इस ज्ञापन में रेलवे में खाली पड़े पदों को युद्ध स्तर पर भरने, मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच की संख्या बढ़ाने, प्रवासी श्रमिकों के लिए जनसाधारण ट्रेनों की संख्या में वृद्धि, सीनियर सिटीजन को मिलने वाली रियायतों को बहाल करने, प्रीमियम तत्काल के नाम पर वसूली बंद करने, कैंसिलेशन चार्ज कम करने और रेलवे के निजीकरण पर रोक लगाने जैसी प्रमुख मांगें उठाई गईं।
मार्च के बाद एक सभा आयोजित की गई, जिसमें एआईडीवाईओ के बिहार राज्य अध्यक्ष अरविंद कुमार ने संबोधन किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारतीय रेलवे आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन था, लेकिन अब निजीकरण और व्यवसायिकरण के कारण इसका पतन हो रहा है। मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे में प्राइवेट कंपनियों को मुनाफा कमाने के अवसर दिए जा रहे हैं, जबकि आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। उन्होंने 'वंदे भारत' जैसी प्राइवेट ट्रेनों के किराए को सामान्य मेल एक्सप्रेस से आठ गुना अधिक बताते हुए इसे आम जनता की पहुंच से बाहर करार दिया।
अरविंद कुमार ने यह भी कहा कि रेलवे में 3.5 लाख से अधिक पद खाली पड़े हैं, और इसके बावजूद देश के डिग्रीधारी युवा रोजगार की तलाश में संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं से इस स्थिति के खिलाफ उठ खड़े होने और एक सशक्त युवा आंदोलन बनाने का आह्वान किया।
सभा में रंजीत कुमार, उत्पल कुमार, सिंधु कुमारी, रामबाबू राय, टुनटुन प्रजापति और अभिषेक कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।