मासिक कवि गोष्ठी में कवियों ने किया रचनाओं का सस्वर पाठ

  • Post By Admin on Dec 31 2023
मासिक कवि गोष्ठी में कवियों ने किया रचनाओं का सस्वर पाठ

लखीसराय : जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन लखीसराय के तत्वावधान में कवि गोष्ठी का आयोजन स्थानीय प्रभात चौक स्थित भारती होटल के सभागार में मोहम्मद सिराज कादरी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। मंच संचालन सचिव देवेंद्र सिंह आजाद ने किया। संगठन मंत्री अरविंद कुमार भारती ने सभी कवियों का स्वागत किया।

सभी कवियों ने अपनी अपनी साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से देश और समाज में व्याप्त कुरीतियों के बारे में चर्चा करते हुए समाज को जागरूक और सचेत किया। प्रोफेसर मनोरंजन कुमार के द्वारा - विचलित हो गया हूं खुद के कारनामे से, काफी लोकप्रिय रहा। राजकुमार जी की कविता आज वह दिन 2011 वर्ल्ड कप जीतने का आया। जीवन पासवान जी की कविता- नए भारत को नई साल की बधाई ,चांद है आगोश में सूरज की हो अगुवाई। राजेश्वरी प्रसाद सिंह की कविता हम लाए हैं पहाड़ से नई जिंदगी निकाल के। बलजीत कुमार की कविता अभी ठंड का महीना है मुझे ऐसा लग रहा है कि राजनीति का समय है। शिवदानी सिंह बच्चन की कविता- धरती पर जब काश फुले तो बूझहो कि वर्षा गेल बुढ़ाए। अरविंद कुमार भारती की कविता- देश के सपूत वीर देश के जवान, दुर्दिन आ रहे हैं हो जाओ सावधान। सुमंत पांडे जी की कविता ठंड से ठिठुरते कंबल बेचने वाले से पूछा मैंने कि क्या आपको ठंड नहीं लगती। रोहित कुमार जी की कविता तुम आन हो तुम बान हो, तुम इस वतन की शान हो। देवेंद्र आजाद जी की कविता खुद के तदवीर से खुद इंसान तकदीर लिखता है, इंसान हमेशा हमेशा तकलीफ झेलकर ही कुछ सीखता है। सिराज कादरी जी की कविता- बीड़ी सिगरेट के धुएं के बदौलत जाफरानी हो गए, कुछ लोग दौलत के बदौलत खानदानी हो गए।

इस अवसर पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की पत्रिका नवलकंड के संपादन पर विचार किया गया। प्रधान संपादक अरविंद कुमार भारती ने सभी साहित्यकारों से आग्रह किया है कि अपनी रचनाएं दो दिन में भेज दें ताकि शीघ्र पत्रिका का प्रकाशन किया जा सके। संपादक राजेश्वरी सिंह ने बताया कि पत्रिका संपादन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है शीघ्र ही सबों के हाथों में आ जाएगी। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर मनोरंजन कुमार ने किया।