बागमती बॉंध के खिलाफ महापंचायत, 26 मार्च को विधानसभा घेराव की घोषणा
- Post By Admin on Mar 12 2025

मुजफ्फरपुर : चास वास जीवन बचाओ बागमती संघर्ष मोर्चा द्वारा बेनीबाद में आयोजित महापंचायत में बागमती बॉंध के निर्माण को लेकर तीव्र विरोध व्यक्त किया गया। कई वर्षों से रुका हुआ यह बॉंध अब पुलिस बल के सहारे फिर से शुरू किया जा रहा है, जिसका विरोध स्थानीय समुदाय ने किया है। इस महापंचायत में जनप्रतिनिधियों और आंदोलनों से जुड़े नेताओं ने अपने विचार साझा किए और बॉंध निर्माण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
इसमें भाकपा माले के सिकटा से विधायक कॉ. वीरेंद्र गुप्ता ने कहा, “बागमती और महानंदा बॉंध का निर्माण स्थानीय लोगों की नहीं, बल्कि इंजीनियरों, ठेकेदारों और सरकारी अधिकारियों के स्वार्थों की पूर्ति के लिए किया जा रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर इस परियोजना को लागू किया जा रहा है, जो क्षेत्र के विकास के बजाय विनाश का कारण बनेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे और जनता के बल से लड़ाई लड़ी जाएगी।
गायघाट के राजद विधायक निरंजन राय ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया और अपनी पार्टी के संगठन के साथ विरोध में शामिल होने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे और अगर सरकार नहीं मानेगी तो जनबल से इस कार्य को रोका जाएगा।
चंपारण में सिकरहना नदी पर बन रहे बॉंध का विरोध कर रहे मनोज कुमार यादव और तौसीफुर रहमान ने भी इस महापंचायत में समर्थन की घोषणा की और आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। महापंचायत में उपस्थित लोगों ने कहा कि वे अपनी जीविका और वास की रक्षा के लिए इस बॉंध का विरोध करेंगे। उनका कहना था कि यह बॉंध इलाके की खेती और आवासीय इलाकों को तबाह कर देगा। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि औराई क्षेत्र के कई गांवों में अभी तक बॉंध का पूरा मुआवजा नहीं मिला है और कुछ गांवों में तो मकान और सहन के लिए भी भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा, कुछ गांवों में नोटिस देने के बावजूद सैकड़ों लोग मुआवजा का इंतजार कर रहे हैं।
आंदोलनकारियों का कहना था कि यह बॉंध उनकी पूरी जिंदगी को प्रभावित करेगा और वे इसे किसी भी कीमत पर बनने नहीं देंगे। उन्हें यह भी शिकायत थी कि खेती चौपट हो गई है और जंगली जानवरों का उत्पात बढ़ गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि वह उनके जीवन से खिलवाड़ नहीं कर सकती और इस योजना को रोकने के लिए वे अपनी पूरी ताकत लगा देंगे।
इस महापंचायत में एक निर्णय लिया गया, जिसमें 26 मार्च को विधानसभा का घेराव करने का आह्वान किया गया। आंदोलनकारियों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे विधानसभा तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए यह कदम उठाएंगे।
महापंचायत में भाकपा माले के जिला सचिव कृष्ण मोहन, सूरज कुमार सिंह, आफताब आलम, फहद जहां के अलावा उपेंद्र पांडेय, सुनील यादव, बैजनाथ राय, जगरनाथ पासवान, बब्लू जी, मदन झा, मोहन मिश्र, नीरज ठाकुर, मोनाजिर हसन, राहुल कुमार, रामलोचन सिंह, विवेक कुमार, रविंद्र सिंह एवं अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। महापंचायत की अध्यक्षता बैजनाथ मिश्र ने की और रंजीत सिंह तथा नवल किशोर सिंह ने लोगों से आंदोलन के लिए सहयोग का आह्वान किया।