विशेष : गरीबी में वैसे ही चमकती है प्रतिभा जैसे अंधकार में दीपक की लौ

  • Post By Admin on Mar 07 2024
विशेष :  गरीबी में वैसे ही चमकती है प्रतिभा जैसे अंधकार में दीपक की लौ

सूर्यगढ़ा : सूर्यगढ़ा नगर परिषद क्षेत्र के चकमसकन ग्राम निवासी श्रीमती लवली देवी व प्रवेश साव ने अच्छी परवरिश की ख्वाहिश में अपनी पहली संतान सानिया को सूर्यगढ़ा बाजार स्थित उसके ननिहाल में छोड़ आए थे। आर्थिक तंगी से गुजर रहे उक्त दम्पत्ति को पता था कि गरीबी मेें जन्मी संतान का बचपन श्रम की भट्ठी मेें झुलस जाता है जबकि वे अपनी बिटिया को बेहतर जीवन देना चाहते थे। ऐसा कहा जाता है कि प्रतिभा गरीबी में भी चमकती है जैसे दीपक की लौ अंधकार में। ननिहाल मेें पली-बढ़ी सानिया सुशील, शिष्ट व मेधावी होने के कारण सबकी चहेती लाडली बिटिया बन गई। नगर के सबसे अच्छे स्कूल संत मैरिज् इंग्लिश स्कूल, सूर्यगढ़ा में उसका दाखिला कराया गया। दसवीं कक्षा तक उसने इसी स्कूल में पढ़ाई की। उसके सौम्य, शिष्ट आचरण व मेधा से सभी शिक्षक प्रभावित थे। पढ़ाई के साथ सानिया नृत्य कला में भी पारंगत है। अक्सर स्कूल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक समारोह में अपनी नृत्य प्रस्तुति से वो दर्शकों का मन मोह लेती थी। उसके माडर्न क्लासिकल डांस मेें गजब की सम्मोहन शक्ति है। एक ऐसा आकर्षण कि जिस किसी ने उसका नृत्य देखा, सबने उसके भाव-भंगिमा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। सानिया ने बताया कि ननिहाल मेें उसे जो लार दुलार मिला, उसे वह जिंदगी भर नहीें भूल सकती। सानिया ने बताया कि उसकी पढ़ाई में उसके ननिहाल वालों के साथ साथ उसके सबसे प्रिय शिक्षक डॉ.विजय विनीत का बहुत बड़ा योगदान है। दसवीं कक्षा के बाद जब सानिया ने इंटर की पढ़ाई पटना में करने की इच्छा जाहिर की तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया। उसके माता-पिता और नाना-नानी ने स्थानीय स्कूल में पढ़ने की इजाजत दी थी। इस वजह से सानिया बुरी तरह टूट चुकी थी। उसे चारों तरफ अंधेरा, हताशा दिख रही थी। ऐसे में डॉ.विजय विनीत ने उसका हौंसला बढ़ाया। उसके स्वाभिमान को जगाकर एक ऊंचाई दी। मैं अपनी आकांक्षा पूरी कर सकती हूं यह विश्वास जगाया। अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विद्यालय की होनहार छात्रा सानिया को प्राचार्य तिजो थामस ने सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सानिया ने डांस आर्ट को एक नई ऊंचाई दी। सानिया ने बताया कि उसने इसी वर्ष आई.एससी. की परीक्षा दी है।  उसका लक्ष्य नीट कम्पीट कर मेडिकल की पढ़ाई करने की है। बेटी की पढ़ाई को लेकर परिवार ऊहापोह की स्थिति में है लेकिन हर हाल में अपनी पढ़ाई जारी रखने को लेकर सानिया अडिग है।