चार साल की नन्ही उस्वा वकार ने रखा रोज़ा, पेश की ईमानदारी और हौसले की मिसाल

  • Post By Admin on Mar 28 2025
चार साल की नन्ही उस्वा वकार ने रखा रोज़ा, पेश की ईमानदारी और हौसले की मिसाल

मुजफ्फरपुर: रमज़ान का पवित्र महीना अपने अंतिम चरण में है, जहां बड़े-बुज़ुर्ग इबादत में लीन हैं, वहीं मासूम बच्चे भी इस पाक महीने की रूहानियत को अपनाने में पीछे नहीं हैं। ऐसा ही एक मिसाल पेश की है मुज़फ्फरपुर के चंदवारा स्थित मदसरा चौक की रहने वाली चार साल दस महीने की उस्वा वकार ने, जिसने इस छोटी उम्र में रोज़ा रखकर सबको हैरान कर दिया।

उस्वा ने पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ रोज़ा रखा, जिससे न केवल उसके परिवार बल्कि पूरे समाज को प्रेरणा मिली। उसकी मां सदफ हसन ने बताया कि, "पिछले साल भी उस्वा ने एक रोज़ा रखा था, लेकिन इस बार उसने खुद ही रोज़ा रखने की इच्छा जताई। उसकी लगन और हौसले को देखकर हमें बेहद गर्व महसूस हुआ।"

परिवार और मोहल्ले के लोगों ने उस्वा के इस जज़्बे को सराहा और इसे एक मिसाल बताया। रमज़ान सिर्फ इबादत का महीना ही नहीं, बल्कि आत्मसंयम, धैर्य और नेक नीयत का प्रतीक भी है, जिसे नन्ही उस्वा ने अपनी मासूमियत के साथ साबित कर दिखाया।उस्वा का यह कदम यह दर्शाता है कि अगर सही तालीम और माहौल मिले, तो बच्चे भी अपनी सोच और हौसले से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।