किसानों ने MSP गारंटी को लेकर किया पंजाब बंद, सैकड़ों ट्रेन हुई रद्द
- Post By Admin on Dec 30 2024

अमृतसर : पंजाब में किसान आंदोलन के चलते सोमवार को राज्यव्यापी पंजाब बंद का आह्वान किया गया है। यह बंद सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। किसानों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर इस बंद का आयोजन किया गया है। बंद के कारण राज्य में सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो गए हैं।
पंढेर ने कहा- पंजाबियों ने दिल से समर्थन किया
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने इस अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंजाब के लोगों ने इस बंद को पूरे दिल से समर्थन दिया है। उन्होंने जानकारी दी कि 280 से अधिक स्थानों पर यातायात अवरोधक लगाए गए हैं। जिससे राज्य में सड़क और रेल सेवाओं में विघ्न उत्पन्न हुआ है। पंढेर ने कहा, “हमने 3 करोड़ पंजाबियों से इस बंद का समर्थन करने की अपील की थी और मुझे जानकारी मिल रही है कि जनता ने इस बंद का दिल से समर्थन किया है।”
शांतिपूर्ण और सफल बंद की उम्मीद
पंढेर ने यह भी स्पष्ट किया कि बंद के दौरान सभी आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा, “हम पंजाब के सभी निवासियों से अपील करते हैं कि वे किसी भी प्रकार के विवाद से बचें और इस शांतिपूर्ण आंदोलन का हिस्सा बनें। बंद के दौरान किसी भी एंबुलेंस, एयरपोर्ट यात्रियों या नौकरी जाने वालों को नहीं रोका जाएगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि सुबह से ही 90-99 प्रतिशत यातायात सड़कों पर नहीं था, जो दर्शाता है कि यह बंद काफी सफल रहा है। शंभू रेलवे स्टेशन पर भी नाकाबंदी की गई है और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में रेल सेवाएं बंद हैं।
खनौरी बॉर्डर पर अनशन जारी
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल द्वारा खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से जारी अनशन को भी इस बंद से जोड़ा गया है। डल्लेवाल और अन्य किसान नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। वे पिछले कई दिनों से इस मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल पर हैं।
किसानों की मांगें और सरकार की अनदेखी
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ने अब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। जिसके कारण किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं। उनका कहना है कि MSP की गारंटी देने के लिए कानून बनाने की जरूरत है, ताकि किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल सके और वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें।
आंदोलन की बढ़ती ताकत
पंजाब बंद के दौरान किसान यूनियनों, जैसे संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। आंदोलनकारियों ने कहा है कि वे तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरी नहीं करती।