विभाजन विभीषिका स्मृति पर आधारित प्रदर्शनी का हुआ समापन
- Post By Admin on Aug 26 2024
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मुजफ्फरपुर : जिज्ञासा समाज कल्याण केंद्र द्वारा अप्पन पाठशाला, मुक्तिधाम में आयोजित 12 दिवसीय प्रदर्शनी का समापन समारोह रविवार को हुआ। यह प्रदर्शनी भारत विभाजन विभीषिका स्मृति पर आधारित थी। समापन समारोह का उद्घाटन संयुक्त रूप से उप महापौर डॉ. मोनालिसा, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्यामसुंदर भीमशेरिया, मुक्तिधाम के डॉ. रमेश केजरीवाल, पाठशाला के संस्थापक सुमित कुमार और पर्यावरणविद सुरेश कुमार गुप्ता समेत अन्य अतिथियों ने किया।
कार्यक्रम संयोजक सुमित कुमार ने विभाजन के दौरान हुई हिंसा और उसकी विभीषिका को याद करते हुए कहा कि इस दौरान लगभग 5 लाख लोग मारे गए, डेढ़ करोड़ लोगों के परिवार बेघर हो गए और 55,000 से अधिक हिंदू और सिख महिलाओं का अपहरण कर उनके साथ अत्याचार किया गया। ये आंकड़े सरकारी हैं, लेकिन गैर-सरकारी आंकड़े और भी भयावह हैं।
उन्होंने कहा, "विभाजन की विभीषिका की स्मृतियों को भूलना संभव नहीं है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया, जिनके सर से मां-बाप का साया उठ गया, जिनकी जीवन भर की पूंजी नष्ट हो गई, और जिनके घर-बार जलकर राख हो गए।"
सुमित कुमार ने विभाजन के इतिहास की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसके बीज 1919 में ही पड़ गए थे, जब तुर्किस्तान में अंग्रेजों ने खलीफा के पद को हटा दिया था। इसके बाद यहां खिलाफत आंदोलन शुरू हुआ, जिसने आगे चलकर असहयोग आंदोलन और विभाजन की ओर देश को धकेल दिया।
उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी और स्मृति इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि हम विभाजन करने वाली शक्तियों से सतर्क रहें और किसी भी विभाजनकारी प्रयास का समय रहते विरोध कर सकें। सुमित कुमार ने यह भी घोषणा की कि अगले वर्ष से इस स्मृति कार्यक्रम को और भी भव्य रूप में मनाया जाएगा, और शहर के 15 स्कूलों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को प्रदर्शनी देखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्यामसुंदर भीमशेरिया ने की, जबकि मंच संचालन सुमित कुमार ने किया। अतिथियों का स्वागत नरेंद्र कुमार, अभिराज कुमार, सुमन सौरभ ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रमेश केजरीवाल ने किया ।