सदर अस्पताल में सोलर सिस्टम की बदहाली से हर महीने लाखों का खर्च
- Post By Admin on Dec 19 2024
 
                    
                    लखीसराय : जिले के सदर अस्पताल में 2015 में मुख्यमंत्री नवीनीकरण योजना के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से 25 केवीए का सोलर सिस्टम स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य अस्पताल में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना था।
हालांकि, रखरखाव की कमी के कारण यह सोलर सिस्टम लगभग तीन वर्षों से बंद पड़ा है जिससे अस्पताल को बिजली आपूर्ति के लिए जनरेटर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। जनरेटर के उपयोग से हर महीने लगभग दो लाख रुपये का डीजल खर्च हो रहा है जो सरकारी राजस्व की हानि का कारण बन रहा है।
अस्पताल प्रबंधक नंदकिशोर भारती ने बताया कि सोलर सिस्टम की मरम्मत के लिए ब्रेडा (बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) को कई बार सूचित किया गया है लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार ने ब्रेडा के साथ एग्रीमेंट किया है और जल्द ही सोलर प्लांट को चालू कर दिया जाएगा।
स्थापना के बाद, सोलर सिस्टम कुछ ही समय तक सुचारू रूप से चला लेकिन तकनीकी खराबी और रखरखाव के अभाव में यह बेकार हो गया। इससे अस्पताल में बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो रही है जिससे मरीजों और उनके परिजनों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।