सरसौना सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर मौतकांड के खिलाफ भाकपा माले का प्रतिरोध मार्च, मुख्यमंत्री का फूंका पूतला
- Post By Admin on Dec 17 2024

समस्तीपुर : जिले के सरसौना-ताजपुर स्थित सीमेंट फैक्ट्री में बीते 12 दिसंबर को एक मजदूर की दर्दनाक मौत के बाद भाकपा माले ने मृतक मजदूर के परिजनों के साथ न्याय की मांग को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंकते हुए विरोध जताया। इस मार्च में बड़ी संख्या में भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और पुलिसिया जुल्म, फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही और मृतक मजदूर की मौत को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
बीते 12 दिसंबर की रात करीब 2 बजे सीमेंट फैक्ट्री का मजदूर सूर्यकांत राम एक हादसे का शिकार हो गया। वाहन पीछे करने के दौरान दबकर उसकी मौत हो गई। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, लेकिन सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा ने शव को अस्पताल से छुपाकर फैक्ट्री के बाहर ले जाने की कोशिश की। वह शव को वैशाली जिले के डभैत चौर में फेंकने के लिए ले गए, लेकिन मृतक के चचेरे भाई नागेंद्र राम के विरोध के बाद वे इसे फैक्ट्री वापस ले आए। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया। जिससे हंगामा हो गया।
हंगामे को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए। पुलिस ने 152, 153, और 154/2024 धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की और 15 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर किया। भाकपा माले का आरोप है कि पुलिस ने राजनीतिक साजिश के तहत सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार को बचाने की कोशिश की और निर्दोष ग्रामीणों का नाम एफआईआर में डाला। साथ ही पुलिस ने घरों में घुसकर निर्दोष महिलाओं और पुरुषों को पीटने का आरोप भी लगाया।
किसान महासभा के जिला सचिव ललन कुमार ने कहा कि फैक्ट्री से निकलने वाला प्रदूषण किसानों की फसल और पेड़ों को बर्बाद कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर फैक्ट्री प्रदूषण नियंत्रण नहीं करती, तो किसान महासभा आंदोलन शुरू करेगी।
प्रतिरोध मार्च में भाग लेने वाले नेताओं ने मृतक मजदूर के परिवार को न्याय, फैक्ट्री के प्रदूषण को रोकने और बीमा की व्यवस्था करने की मांग की। भाकपा माले के जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार को हटाया जाए और सभी कर्मियों का बीमा किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों की सूची सार्वजनिक की जाए और फैक्ट्री के प्रदूषण पर कड़ी कार्रवाई की जाए। सभा के अंत में भाकपा माले के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंककर विरोध जताया। योगेंद्र राऊत, भाकपा माले के वरिष्ठ नेता ने इस पूतला दहन को आग में समर्पित किया।