होली पर बसों में किराये की लूट, 500 की टिकट 2600 में
- Post By Admin on Mar 06 2025
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लखनऊ : होली के दौरान निजी बसों में किराए की लूट एक बार फिर से सामने आई है। जहां पहले 500 रुपये में यात्रा करने वाला यात्री अब 2000 से 2600 रुपये तक का किराया देने पर मजबूर हो रहा है। खासतौर पर दिल्ली रूट पर निजी बसों में इस तरह की मनमानी किराए की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। परिवहन विभाग की चुप्पी और ट्रेवल एजेंसियों की मनमानी यात्रियों को परेशान कर रही है।
किराए में 4 से 5 गुना वृद्धि, दिल्ली रूट में सबसे अधिक मनमानी
लखनऊ से विभिन्न शहरों के लिए निजी बसों में होली के दौरान किराए में चार से पांच गुना वृद्धि की जा रही है। आमतौर पर 500 रुपये का किराया अब 2000 रुपये से लेकर 2600 रुपये तक पहुंच गया है। दिल्ली रूट पर इस मनमानी वृद्धि का सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। वहीं, ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म पर भी डायनेमिक फेयर के आधार पर किराए में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे यात्री अपनी यात्रा की योजना को लेकर असमंजस में हैं।
यात्रियों को गंतव्य पर नहीं छोड़ने की शिकायतें
यात्रियों से आई शिकायतों के अनुसार, निजी बस संचालक गंतव्य तक यात्रियों को नहीं छोड़ रहे हैं। हाल ही में एक ट्रैवल्स एजेंसी ने भोपाल के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों का टिकट बुक किया था, लेकिन उन्हें रूट के बीच में ही उतार दिया गया। एक यात्री ने इस घटना का वीडियो साझा किया और इसकी शिकायत भी की। लेकिन परिवहन विभाग की ओर से इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
नए नियम का फायदा उठा रहे बस संचालक
परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार, निजी बस संचालक ऑल इंडिया परमिट के तहत एक व्यक्तिगत कॉन्ट्रैक्ट पर बस चला सकते हैं। इसके तहत वे यात्रियों को रूट के बीच में उतारने का कोई अधिकार नहीं रखते, लेकिन इस नियम का फायदा उठाकर निजी बस संचालक मनमानी किराया वसूल रहे हैं। विभाग ने इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए कोई खास किराया तय नहीं किया है, जिससे बस संचालक इसका गलत फायदा उठाकर यात्रियों से अत्यधिक किराया मांग रहे हैं।
परिवहन विभाग की चुप्पी
यात्रियों की लगातार शिकायतों के बावजूद परिवहन विभाग इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। न तो विभाग ने किराए में इस मनमानी बढ़ोतरी पर कोई ठोस कदम उठाया है, न ही ट्रेवल एजेंसियों के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई है। इसके चलते निजी बस संचालकों के मनमानी किराए वसूलने का सिलसिला जारी है, जो यात्रियों के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
निजी बस ऑपरेटरों का बढ़ता दबदबा
लखनऊ में विभिन्न ट्रेवल एजेंसियों के तहत 40 से ज्यादा निजी बसें चल रही हैं। इन बसों में से कई के नाम प्रमुख बुकिंग साइटों पर दिख रहे हैं, जिनमें केएसटी, जेएमडी, एके शिल्ड, एजी बस, अंशीराज, अरहान, आरोरा और अन्य ऑपरेटर शामिल हैं। इन सभी ट्रेवल एजेंसियों ने होली के दौरान बसों के किराए को चार से पांच गुना बढ़ा दिया है, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निजी बसों में किराए की इस बढ़ोतरी के खिलाफ यात्रियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और परिवहन विभाग की ओर से इस पर कार्यवाही की उम्मीद की जा रही है