शिवरात्रि महोत्सव में आध्यात्मिक चेतना का जागरण, आत्मशक्ति से सफलता का संदेश

  • Post By Admin on Feb 23 2025
शिवरात्रि महोत्सव में आध्यात्मिक चेतना का जागरण, आत्मशक्ति से सफलता का संदेश

मुजफ्फरपुर: भगवानपुर सेवा केंद्र, भवानी नगर, यादव नगर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सुख शांति भवन, आम गोला रोड के निर्देशन में 89वां शिवरात्रि महोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और आध्यात्मिक ऊर्जा से स्वयं को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।

महोत्सव का शुभारंभ सुख शांति भवन, आम गोला रोड की बी.के. सीता ने किया। उन्होंने परमात्मा शिव के आध्यात्मिक ज्ञान को जीवन में अपनाने पर बल देते हुए कहा कि भौतिक उपलब्धियों की होड़ में मनुष्य अपनी वास्तविक शांति से दूर होता जा रहा है। आध्यात्मिकता ही एकमात्र साधन है, जिससे जीवन में सच्चे सुख और संतोष की प्राप्ति हो सकती है। भगवानपुर केंद्र की संचालिका बी.के. मीरा ने सभी को राजयोग की अनुभूति कराई और बताया कि ध्यान और योग से न केवल मानसिक तनाव कम होता है, बल्कि आत्मिक शक्ति भी बढ़ती है। बी.के. लक्ष्मी ने कहा कि राजयोग आत्मा और परमात्मा के मिलन का मार्ग है, जो जीवन में सफलता की कुंजी साबित होता है। महोत्सव में बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राम प्रवेश सिंह, मृत्युंजय कुमार, धीरज कुमार, रामशंकर भाई, बी.के. शिव कुमार, बी.के. संजय, बी.के. मुकेश, बी.के. पुष्पा, नीलम, वंदना समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

शिवरात्रि का संदेश: आंतरिक शांति ही सच्ची सफलता

महोत्सव में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक युग में भौतिक सुख-सुविधाओं की दौड़ में लोग मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन को नजरअंदाज कर रहे हैं। यही कारण है कि समाज में तनाव, अवसाद और असंतोष बढ़ रहा है। आध्यात्मिकता और सकारात्मक सोच को अपनाकर न केवल व्यक्तिगत जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है, बल्कि समाज में भी शांति और सद्भाव का प्रसार किया जा सकता है। शिवरात्रि महोत्सव के इस आध्यात्मिक आयोजन ने आत्मचिंतन और जागरूकता का संदेश दिया, जिसमें राजयोग और ईश्वरीय ज्ञान को अपनाने की अपील की गई। आयोजकों ने कहा कि यदि मनुष्य अपनी आत्मिक शक्ति को पहचान ले, तो वह हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है और अपने जीवन को शांति, प्रेम और सद्भाव से भर सकता है ।