कठपुतली कला में योगदान के लिए अमेरिकी शिक्षिका ने सुनील कुमार को किया सम्मानित

  • Post By Admin on Feb 26 2025
कठपुतली कला में योगदान के लिए अमेरिकी शिक्षिका ने सुनील कुमार को किया सम्मानित

मुजफ्फरपुर : सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान, मालीघाट में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता संस्थान की संरक्षक कांता देवी ने की। इस अवसर पर कठपुतली कला के प्रसिद्ध कलाकार सुनील कुमार को अमेरिकन शिक्षिका लेसली हैंस के हाथों सम्मानित किया गया। 

कांता देवी ने बताया कि लेसली हैंस, जो अमेरिका में 35 वर्षों तक शिक्षण कार्य से जुड़ी रही हैं, बिहार की कला, संस्कृति और यहाँ के हुनर से अत्यधिक प्रभावित हैं। वे इस कला के प्रति अपनी गहरी रुचि और सराहना प्रकट करती हैं।

कठपुतली कला के लिए सम्मान प्राप्त करने वाले कलाकार सुनील कुमार ने कहा, “मुझे यह सम्मान प्राप्त कर विशेष जिम्मेदारी का अहसास हो रहा है। यह कला भगवान शिव के काष्ठ मूर्ति में प्रवेश करने के बाद शुरू हुई थी, जब उन्होंने माता पार्वती की प्रसन्नता हेतु कठपुतली कला का अविष्कार किया था।”

लोक गायिका अनीता कुमारी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास उसकी संस्कृति पर निर्भर करता है, और संस्कृति का असली विकास लोक संस्कृति से ही होता है। 

इस मौके पर, सुनील कुमार ने अमेरिका की लेसली हैंस, अहमदाबाद से गुजरात पर्यटन विभाग की स्टेट गाइड पारिता मोदी, पुरातत्वविद मितेश डायानी और स्मिताबेन मोदी का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने समाजसेवी शंभू मोहन प्रसाद, किलकारी बाल भवन की प्रमंडल समन्वयक पूनम कुमारी, और समाजसेवी बबली कुमारी को भी धन्यवाद दिया, जिनके प्रोत्साहन से उन्हें कठपुतली कला के क्षेत्र में पहचान मिली है। 

इस सम्मान से यह कला और कलाकार की न केवल सराहना हुई बल्कि इसके संरक्षण और संवर्धन की दिशा में भी नई ऊर्जा मिली है।