समारोहपूर्वक नवलकंठ पत्रिका के 18वें अंक का विमोचन

  • Post By Admin on Mar 17 2024
समारोहपूर्वक नवलकंठ पत्रिका के 18वें अंक का विमोचन

लखीसराय : रविवार को गरीब नगर सूर्यगढ़ा में जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में नवलकंठ पत्रिका के 18वें अंक का विमोचन कार्यक्रम रामचंद्र पासवान की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि अरविंद पासवान नगर सभापति लखीसराय, सुधीर कुमार प्रोग्रामर भागलपुर, अरविंद कुमार भारती प्रधान संपादक, राजेश्वरी सिंह संपादक, रामबालक सिंह कार्यकारी अध्यक्ष, देवेंद्र सिंह आजाद सचिव, मुद्रिका सिंह, जीवन पासवान, मो. सिराज कादरी, रामचंद्र पासवान आदि ने सम्मिलित रुप से विमोचन किया। गरीब नगर के ग्रामीणों के द्वारा सभी कवियों को फूल माला से सम्मानित किया गया।

मौके पर कवि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। अरविंद कुमार भारती ने आपके दर्द ने बेदर्द कर दिया, हर बार झेल कर सख्त मर्द कर दिया। बेगूसराय से आए सच्चिदानंद पाठक ने जिंदगी बीतल हमर सूदखोरी में और कोहबर में जखनी ऐली कन्या, देलूं पेटकुनीया। पुष्कर जी की रचना वह आता भरपूर कमीशन खाता और विकास पुरुष कहलाता। शिवदानी बच्चन जी की रचना- हम्मर कनैया मुखियान है। दशरथ महतो यह गंगाजल पीने लायक नहीं बची है, सोने वाले जाग जाइए खतरे की घंटी बजी है। पीयूष झा अगवा तो सुनो है दोनों तरफ से गारी कैसा करबो बरतुहारी। भोला पंडित हे गांव नमन मैं करता हूं। राजेश्वरी प्रसाद सिंह की रचना प्रेम बढ़ाकर नफरत थोड़ा घटा लीजिए, होली में मुझको गले लगा लीजिए। मुंद्रिका सिंह की रचना हेगे बड़की पोती ला दे जरी पनियां। सिराज कादरी आज की राजनीति में हर रोज कमाल हो रहा। गरीब रोज गरीब और अमीर माला माल हो रहा। राजेंद्र राज की रचना हक इतना की हंसी देखकर हंसी आती है। देवेंद्र आजाद की रचना विरोध के हर कदम पर सलाह मिलता है शांति से। रामबालक सिंह की रचना कैसे करब बरतुहारी। डॉक्टर लाल गुप्ता, विनय कुमार, सुधीर कुमार प्रोग्रामर आदि ने भी अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी।