अर्चना शंकर नारायणन ने रचा इतिहास, फ्रीडाइविंग में बनाए 11 नेशनल रिकॉर्ड
- Post By Admin on Aug 06 2025
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चेन्नई : भारत की अग्रणी फ्रीडाइवर अर्चना शंकर नारायणन ने इंडोनेशिया में आयोजित मनाडो एपनिया प्रतियोगिता में दो नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए इतिहास रच दिया है। अब उनके नाम फ्रीडाइविंग के कुल 11 नेशनल रिकॉर्ड दर्ज हो गए हैं, जो इस क्षेत्र में भारत की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
प्रतियोगिता के दौरान अर्चना ने कॉन्स्टेंट वेट (CWT) श्रेणी में 40 मीटर और कॉन्स्टेंट वेट बाय-फिन्स (CWTB) श्रेणी में 38 मीटर की गहराई तक गोता लगाया। वह प्रतिस्पर्धी फ्रीडाइविंग में 40 मीटर तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
“महज एक व्यक्तिगत जीत नहीं” – अर्चना
इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए अर्चना ने कहा, "40 मीटर पार करना सिर्फ मेरी निजी सफलता नहीं है, बल्कि यह भारतीय महिलाओं के लिए फ्रीडाइविंग की नई संभावनाओं का दरवाजा खोलता है।"
उनके नेतृत्व और खेल के प्रति योगदान के लिए उन्हें ‘जीपी बिड़ला फेलोशिप फॉर वीमेन लीडर्स’ से भी सम्मानित किया गया है।
वकील से विश्वस्तरीय फ्रीडाइवर बनने का सफर
पूर्व में कॉर्पोरेट वकील रह चुकीं अर्चना ने अपने इस कारनामे से यह भी साबित कर दिया कि जुनून और समर्पण से कोई भी ऊंचाई (या गहराई!) पाई जा सकती है। इस प्रतियोगिता से पहले उन्होंने बाली के एमेड में एक महीने की कड़ी ट्रेनिंग की, जहां उन्हें अपने पहले कोच शुभम पांडे का मार्गदर्शन मिला — वही कोच जिन्होंने दो साल पहले अर्चना को फ्रीडाइविंग से परिचित कराया था।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय ब्रेनन हैटन (ऑस्ट्रेलिया), कोच सर्गेई बुसारगिन, काइजन फ्रीडाइविंग टीम, और एपनिया बाली के सहयोगियों को दिया।
पहली बार एआईडीए जज के रूप में भी भारत का प्रतिनिधित्व
अर्चना को इस प्रतियोगिता में एआईडीए (AIDA) की ओर से जज की भूमिका भी दी गई, जो कि भारत के लिए एक और पहली उपलब्धि है।
फ्रीडाइविंग को बना रहीं भारत में पहचान
प्रतियोगिता के साथ-साथ फ्रीडाइविंग में नेतृत्व के जरिए अर्चना शंकर नारायणन न केवल रिकॉर्ड बना रही हैं, बल्कि भारत में इस खेल के इकोसिस्टम को आकार देने का काम भी कर रही हैं।
उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ खेल जगत के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि देशभर की युवतियों के लिए एक नई प्रेरणा बनकर सामने आई है।