देवउठनी एकादशी आज, भगवान शालिग्राम और तुलसी विवाह का विशेष महत्व

  • Post By Admin on Nov 12 2024
देवउठनी एकादशी आज, भगवान शालिग्राम और तुलसी विवाह का विशेष महत्व

राँची : हिंदू पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। वैदिक पंचांग के मुताबिक, देवउठनी एकादशी तिथि 11 नवंबर की शाम 6:46 बजे शुरू हुई थी और इसका समापन 12 नवंबर को शाम 4:04 बजे होगा। उदयातिथि के अनुसार, इस बार देवउठनी एकादशी का व्रत आज 12 नवंबर को रखा जा रहा है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु शयन से जागते हैं जिससे शुभ कार्यों का आरंभ होता है। इस दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी के विवाह का भी विशेष महत्व है। भक्तजन दोपहर 12:30 बजे के बाद तुलसी विवाह का आयोजन कर सकते हैं। इसके लिए सबसे उत्तम समय प्रदोष काल है जो शाम 5:29 बजे से 7:53 बजे तक रहेगा।

व्रतधारी 13 नवंबर को सुबह 6:42 बजे से 8:51 बजे के बीच व्रत का पारण कर सकते हैं। श्रद्धालुओं में इस पर्व को लेकर विशेष उत्साह है और मंदिरों में भगवान विष्णु और तुलसी विवाह की विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है।