दिवाली को लेकर खत्म हुई कंफ्यूजन, काशी विद्वत परिषद ने बताई सही तारीख
- Post By Admin on Oct 05 2025

वाराणसी : दीपावली के आने से पहले तिथि को लेकर चल रही भ्रम की स्थिति अब खत्म हो गई है। काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी ने स्पष्ट किया है कि इस बार दिवाली 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी।
रामनारायण द्विवेदी ने आईएएनएस से कहा, “कुछ कथाकथित पंचांगकारों ने दिवाली 21 अक्टूबर का अंकित कर दिया था, लेकिन राष्ट्रीय बैठक में बड़े धर्म शास्त्रियों और आचार्यों के साथ विचार-विमर्श कर सूर्य सिद्धांती पंचांगों के अनुसार दिवाली 20 अक्टूबर को ही तय की गई है।”
दिवाली के सही मुहूर्त की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रदोष व्यापिनी अमावस्या 20 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर अगले दिन शाम 5 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। इसी अमावस्या रात में लक्ष्मी पूजन का शुभ समय है, इसलिए दीपावली का पर्व 20 अक्टूबर को मनाना सर्वोत्तम माना गया।
लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इस दौरान मां लक्ष्मी के सिद्ध मंत्रों का जाप और महा लक्ष्मी यंत्र का पूजन करना शुभ होता है। धार्मिक मान्यता है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के पूजन से घर में धन-धान्य और समृद्धि की वर्षा होती है।
रामनारायण द्विवेदी ने यह भी स्पष्ट किया कि दिवाली रात में निशिथ काल में मनाई जाती है, इसलिए कुछ लोगों द्वारा उदया तिथि के अनुसार 21 अक्टूबर को दिवाली मानने का भ्रम गलत है। इस बार काशी विद्वत परिषद ने सभी धार्मिक मार्गदर्शकों के साथ मिलकर सही तिथि और मुहूर्त तय किया है, ताकि श्रद्धालु सही समय पर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर सकें।