पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह की जन सुराज में एंट्री की चर्चा तेज, क्या जनसुराज से मिलेगा टिकट

  • Post By Admin on Oct 10 2025
पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह की जन सुराज में एंट्री की चर्चा तेज, क्या जनसुराज से मिलेगा टिकट

पटना : भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और भाजपा नेता पवन सिंह तथा उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहे विवाद के बीच अब सियासी हलचल तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ज्योति सिंह जल्द ही जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) से मुलाकात कर सकती हैं। इस संभावित मुलाकात ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है।

मुलाकात की खबरों के बीच प्रशांत किशोर ने भी मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा,

“मैं उन्हें (ज्योति सिंह) नहीं जानता हूं। अभी तक मैं उनसे मिला भी नहीं हूं। मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ है। अगर वे मिलने आती हैं, तो मिल लूंगा — वे क्या कहना चाहती हैं, सुन लूंगा।”

प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वे किसी के व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं करते। उन्होंने कहा कि राजनीति सेवा और संवाद का माध्यम है, और अगर कोई व्यक्ति कुछ कहना चाहता है तो उसे सुनना उनका कर्तव्य है।

 "न नीतीश पर बोला, न लालू परिवार पर" — पीके का तटस्थ बयान

पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह की संभावित राजनीतिक एंट्री पर प्रशांत किशोर ने कहा, “मैंने ना ही नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीतिक एंट्री पर कुछ कहा और ना ही लालू परिवार के पारिवारिक कलह पर कुछ बोला। अभी भी कुछ नहीं कहूंगा। जो भी बात होगी, मुलाकात के बाद मीडिया के सामने रख दूंगा।” उनके इस बयान से यह साफ हो गया है कि जन सुराज फिलहाल कोई पूर्व घोषणा या डील करने के मूड में नहीं है।

क्या पवन सिंह के सामने उतरेंगी ज्योति सिंह?

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर पवन सिंह आरा से चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो क्या ज्योति सिंह को जन सुराज पार्टी आरा से टिकट देगी?

इस पर जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने साफ कहा — “हम पर्दे के पीछे कोई डील नहीं करते। आरा विधानसभा से पहले ही टिकट का ऐलान हो चुका है। हमारे टिकट चयन के नियम तय हैं, और हम उसमें कोई बदलाव नहीं करेंगे।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि जन सुराज पार्टी में टिकट योग्यता और संगठन की राय से तय होता है, न कि किसी व्यक्ति विशेष के प्रभाव से।

 राजनीतिक हलचल बढ़ी, लेकिन पीके का संतुलन कायम

राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि ज्योति सिंह की मुलाकात जन सुराज से एक नई सियासी दिशा की शुरुआत कर सकती है। हालांकि, प्रशांत किशोर ने अपने बयान से यह संकेत दिया है कि पार्टी संविधान और पारदर्शिता की राजनीति पर कायम रहेगी। अब सबकी नजरें उस संभावित मुलाकात पर टिकी हैं, जिसके बाद बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है।