नीतीश से उठ चुका है जनता का भरोसा, बन चुके हैं राजनीतिक बोझ : प्रशांत किशोर

  • Post By Admin on Dec 23 2024
नीतीश से उठ चुका है जनता का भरोसा, बन चुके हैं राजनीतिक बोझ : प्रशांत किशोर

पटना : जन सुराज पार्टी के प्रमुख और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में चल रही राजनीतिक खींचतान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे और यह जन सुराज पार्टी के लिए सबसे अच्छा विकास होगा। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार की जनता इस समय नीतीश कुमार से बहुत नाराज है और अगर जदयू एनडीए के साथ चुनाव लड़े या महागठबंधन के साथ उन्हें चुनावी सफलता मिलना मुश्किल है।

किशोर ने कहा, “नीतीश कुमार का राजनीतिक करियर अब समाप्ति की ओर बढ़ चुका है। बिहार की जनता नीतीश कुमार के शासन से थक चुकी है। उनके अफसरशाही राज से लोग परेशान हैं और उनकी नीतियों से राज्य की जनता का भरोसा टूट चुका है। भाजपा भी जानती है कि नीतीश कुमार अब राजनीतिक बोझ बन चुके हैं और कोई भी पार्टी उन्हें आगे लेकर नहीं चलना चाहती।” उन्होंने आगे कहा, “भले ही भाजपा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करे लेकिन इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा। बिहार की जनता ने अब इन दोनों दलों को सबक सिखाने की ठान ली है।”

भाजपा को दी चुनौती

प्रशांत किशोर ने भाजपा को भी चुनौती दी और कहा कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करके लड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर भाजपा ऐसा करती है तो वही होगा जो 2020 में जदयू के साथ हुआ था। बिहार के लोग अब इस गठबंधन की असलियत समझ चुके हैं और भाजपा को भी यह समझना चाहिए कि नीतीश कुमार राज्य के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे।”

प्रशांत किशोर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी ने बिहार को नीतीश कुमार के हवाले कर दिया है। जबकि उसे चाहिए था कि वह राज्य के बच्चों, युवाओं और बेरोजगारों के बारे में सोचती। भाजपा ने दिल्ली में चंद सांसदों के लालच में बिहार की जनता के साथ खिलवाड़ किया है। यह रणनीति उन्हें अगले चुनाव में भारी पड़ेगी।”

जन सुराज पार्टी के लिए अवसर

प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार का एनडीए में रहना जन सुराज पार्टी के लिए फायदेमंद होगा। उनका मानना है कि यह स्थिति जन सुराज पार्टी को बिहार की जनता के बीच अपनी पैठ बनाने और अगले चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत करने का अवसर देगी।

NDA में आपसी खींचतान

बिहार में एनडीए गठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू और भाजपा दोनों ही इस समय नेतृत्व संकट से जूझ रहे हैं। भाजपा ने जिस तरह से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार किया है उसे बिहार की जनता नकार रही है। प्रशांत किशोर के अनुसार इस स्थिति का फायदा आगामी चुनावों में जन सुराज पार्टी को मिल सकता है क्योंकि लोग अब नीतीश कुमार और उनकी सरकार से तंग आ चुके हैं।