20 महीने से गायब कमलेश राय, क्या अज्ञात शव से खुलेगा राज़

  • Post By Admin on Apr 15 2025
20 महीने से गायब कमलेश राय, क्या अज्ञात शव से खुलेगा राज़

भोजपुर : जिले से एक रहस्यमय मामला सामने आया है, जहां पिछले 20 महीनों से लापता शिक्षक कमलेश राय का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। जुलाई 2023 में सिन्हा थाना क्षेत्र के महुली घाट से अचानक लापता हुए कमलेश की तलाश में अब सीबीआई जुट गई है। सोमवार को जांच के सिलसिले में सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम एक बार फिर आरा पहुंची।

इस बार जांच का केंद्र कुल्हड़िया गांव के पास रेलवे ट्रैक से बरामद एक अज्ञात युवक का शव था। टीम ने शव की पहचान करने के प्रयास में कुल्हड़िया गांव का दौरा किया और वहां के मुखिया सहित आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की। हालांकि ग्रामीणों ने शव की पहचान से इनकार कर दिया और कहा कि मृत युवक इस क्षेत्र का नहीं लग रहा। इसके बाद टीम ने आरा रेल थाना और सदर अस्पताल जाकर पोस्टमार्टम से जुड़ी रिपोर्टों और अन्य जानकारियों का अवलोकन किया।

यह जांच बिहार-झारखंड सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के निर्देश पर हो रही है। टीम में केस के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सुनील कुशवाहा सहित अन्य सदस्य शामिल थे। छानबीन के बाद टीम वापस लौट गई, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रेलवे ट्रैक से मिला शव कमलेश राय का है या नहीं।

कमलेश राय भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कोल्हरामपुर गांव के रहने वाले थे। वह आरा में एक कोचिंग संस्थान में शिक्षक के रूप में पढ़ाते थे और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। 13 जुलाई 2023 को वह आरा के मौलाबाग स्थित ससुराल से एक महिला रिश्तेदार के दाह-संस्कार में शामिल होने महुली घाट गए थे। वहां से शाम को यह कहकर निकले कि उन्हें बड़हरा किसी काम से जाना है, लेकिन इसके बाद से वह गायब हो गए।

परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चल पाया। उनका मोबाइल फोन बंद मिला और उनकी बाइक भी अब तक बरामद नहीं हुई है। 14 जुलाई को उनके पिता ने बड़हरा थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जब स्थानीय पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो कमलेश के पिता ने पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई को जांच सौंपने का आदेश दिया और 28 फरवरी 2024 को सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया।

केस दर्ज होने के बाद से सीबीआई हर एंगल से जांच कर रही है। मोबाइल लोकेशन, दोस्तों और परिचितों से पूछताछ, और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सुराग तलाशे जा रहे हैं। अज्ञात शव से जुड़ी यह ताजा कड़ी शायद मामले को किसी निष्कर्ष तक पहुंचा सके, लेकिन अभी तक सब कुछ अधर में है। कमलेश राय का परिवार आज भी इस उम्मीद में है कि कभी तो सच्चाई सामने आएगी और उनके बेटे की गुमशुदगी का राज खुलेगा।