चाइनीज लोन एप्प का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान

  • Post By Admin on Jan 11 2023
चाइनीज लोन एप्प का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान

देहरादून : राष्ट्रीय स्तर पर फर्जी चाइनीज लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले आरोपितों के विरुद्ध साइबर क्राइम पुलिस और एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है। इस फर्जी ऋणदाता कंपनी के नाम पर 15 एप काम कर रहे हैं। पांच एप की साइबर क्राइम और एसटीएफ पुलिस ने जांच की, जिनसे तीन सौ करोड़ रुपये की ठगी तथा अधिक ब्याज पर ऋण देकर लोगों को मानसिक रूप से उत्पीड़न करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।

बुधवार को इस संदर्भ में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न कोनों में इस लोन के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सरगना को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। उत्तराखंड में कुल 247 शिकायतें आयी हैं। इस चीनी एप के माध्यम से अपराधी जनता के गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए नया तरीका अपनाकर ठगी कर रहे हैं।

डीजीपी ने बताया कि एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने इस संदर्भ में विशेष कार्रवाई की है। लूनिया मोहल्ला कालिका मंदिर के पास रहने वाले एक व्यक्ति के साथ करीब 17 लाख की ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से साइबर ठगी हुई जिसकी प्राथमिक जांच में पाया गया कि भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने शिकायतें की हैं।

इन शिकायतों की जांच साइबर थाने की उपनिरीक्षक रोशनी रावत ने की है। उन्होंने 29 दिसम्बर को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर विभिन्न धाराओं में आरोप पंजीकृत किया और विवेचना के लिए टीम गठित की गई। टीम 75 से 80 फर्जी लोन एप बंद करने की कार्रवाई कर रही है। फर्जी लोन के नाम पर एसएमएस का प्रयोग कर लगभग 70 एसएमएस हैडर भी चिन्हित किए गए हैं, जिनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

इसी तरह के प्रकरण में अभियुक्त अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा, नई दिल्ली को गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया है। उनसे पटना में प्रयुक्त लेपटाप तथा अन्य सामान बरामद किए गए हैं। 10 दिनों में आनलाइन धोखाधड़ी किए जाने के कई अन्य मामले में भी प्रकाश में आए हैं। आरोपित के ऋण लेने वालों की फोटो बनाकर उनके परिजनों व दोस्तों को भी भेजी जाती थी। इस प्रकार उनका मानसिक शोषण और अवैध धन वसूली भी की जाती थी। पुलिस महानिदेशक के अनुसार ये लोग बहुत ज्यादा ब्याजदर वसूल कर लोगों को परेशान करते थे और पैसे का बड़ा हिस्सा हवाला चैनलों के माध्यम से चला जाता था।

इस एप के माध्यम से पांच चीनी नागरिकों के नाम भी सामने आए हैं, जिनमें कॉंग यांग चॉंग ऊर्फ बोल्ट, मायोजोंग उर्फ सिसरो, वॉंजूली उर्फ फोर्स, हे झेबो उर्फ लीयो, डीफान वांग उर्फ स्कॉट वांग के नाम शामिल है। यह आरोपित फर्जी लोन एप चीनी, हांग से संचालित किए जाते हैं। गिरोह ने आनलाइन प्रचार-प्रसार चीनी और भारतीय मूल के नागरिकों को कमीशन देकर कराया जाता है। कमीशन के लिए भारत के नागरिकों के माध्यम से कॉल सेंटर खोलकर फोन के माध्यम से धमकाया जाता था। अनाधिकृत रूप से पीड़ितों के परिचितों की सूची, चित्र लेकर उनकी अश्लील फोटो बनाकर परिचितों और दोस्तों को भेजा जाता था, जिससे उनकी बदनामी होती थी। इन लोगों द्वारा पूरे देश में इसी तरह की कार्रवाई की जाती थी।

आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम में पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा, निरीक्षक विकास भारद्वाज, उपनिरीक्षक कुलदीप टम्टा, सुरेश कुमार तथा शादाब अली के नाम शामिल हैं।