उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही, चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित
- Post By Admin on Jun 29 2025

उत्तरकाशी : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार देर रात बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। इस हादसे में एक निर्माणाधीन होटल की चपेट में आने से वहां काम कर रहे आठ मजदूर लापता हो गए हैं। घटना की पुष्टि जिला प्रशासन ने की है।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर तैनात कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि लापता सभी मजदूर होटल निर्माण कार्य से जुड़े थे, जो इस आपदा के दौरान भारी मलबे में दब गए।
इसी बीच, उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए रोक दिया है। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में यात्रियों को रोका जा रहा है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार और सोमवार के लिए राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका जताई गई है।
राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नंदप्रयाग और भनेरोपानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है, वहीं रुद्रप्रयाग जिले में भूस्खलन के चलते सोनप्रयाग-मुनकटिया मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया है। यह मार्ग केदारनाथ यात्रा के प्रमुख रास्तों में से एक है।
इसके चलते बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में अस्थायी रूप से रोका गया है। उधर, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी सिलाई बैंड के पास दो से तीन जगह बाधित हो गया है, जबकि स्यानाचट्टी के पास मलबा जमा होने से यमुना नदी का प्रवाह प्रभावित हुआ है, जिससे निचले इलाके के होटल खतरे की जद में आ गए हैं।
चमोली, पौड़ी, देहरादून और रुद्रप्रयाग समेत राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं से संपर्क मार्गों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी है।
आपदा प्रबंधन विभाग हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और जरूरतमंद क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।