कुंभ स्नान के लिए बेटे ने मां को घर में किया बंद, भूख से तड़पती मां ने खाई प्लास्टिक

  • Post By Admin on Feb 20 2025
कुंभ स्नान के लिए बेटे ने मां को घर में किया बंद, भूख से तड़पती मां ने खाई प्लास्टिक

रामगढ़ : जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटे ने अपनी बीमार मां को घर में बंद कर दिया और पत्नी-बच्चों के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान करने चला गया। तीन दिनों तक घर में बंद रही बूढ़ी महिला भूख से तड़पते हुए अंत में प्लास्टिक खाने की कोशिश करने लगी। जब पड़ोसियों ने घर का ताला तोड़ा और वहां का दृश्य देखा तो चौंक गए और बूढ़ी महिला की मदद की।

पूरा मामला

यह घटना जिले के अरगड्डा सरका इलाके की है, जहां एक सीसीएल कर्मचारी ने अपनी 65 वर्षीय मां को घर में ताला बंद कर दिया और खुद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बीते सोमवार को प्रयागराज कुंभ स्नान के लिए निकल गया। बुधवार को वृद्धा भूख और प्यास के कारण तड़पने लगी और मदद के लिए चिल्लाने लगी। जब पड़ोसियों ने आवाज सुनी, तो उन्होंने घर का ताला तोड़ा और अंदर का नजारा देखकर दंग रह गए। वृद्ध महिला ने भूख के कारण प्लास्टिक खाने की कोशिश की थी। पड़ोसियों ने तुरंत उसे भोजन कराया और उसकी बेटी और भाई को सूचित किया।

पुलिस की कार्यवाही

वृद्ध महिला की बेटी और भाई मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। रामगढ़ पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए वृद्धा को घर से बाहर निकाला और उसे इलाज के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल भेजा। पुलिस ने बताया कि वृद्धा की बेटी को बुलाकर घर का ताला तोड़ा गया और महिला को बाहर निकाला गया। अब वृद्धा का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।

इस मामले में बेटे से टेलीफोनिक बात की गई तो उसने दावा किया कि उसने अपनी मां को खाना देकर घर छोड़ते समय चूड़ा और अन्य खाद्य सामग्री दे दी थी। उसका कहना था कि उसकी मां की तबियत ठीक नहीं थी, इसलिए वह उसे साथ नहीं ले जा पाया। बेटे का यह भी कहना था कि मां ने खुद उन्हें कुंभ जाने की सलाह दी थी।

रामगढ़ थाना के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा कि इस मामले में अगर कोई औपचारिक शिकायत मिलती है तो पुलिस कार्यवाही करेगी। रामगढ़ के एसपी अजय कुमार ने भी इस घटना को अमानवीय बताते हुए कार्यवाही की बात की है।

कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है यह कृत्य

कानून के जानकारों के अनुसार, किसी को घर में बंद कर देना और उसकी मदद न करना एक गंभीर अपराध है। यह कृत्य न केवल अमानवीय है, बल्कि इसे कानूनन अपराध की श्रेणी में भी डाला जा सकता है।

वृद्धा की बेटी का बयान

वृद्धा की बेटी ने कहा कि अब वह अपनी मां को अपने पास रखेगी। उसने यह भी बताया कि मां को कुंभ जाते वक्त उसका भाई अपने पास छोड़कर जा सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। अब वह अपनी मां को अपने घर ले जाने का फैसला कर चुकी है।