भारत-नेपाल सीमा पर 16 टन चाइनीज लहसुन बरामद, ग्रामीणों में लूट की होड़

  • Post By Admin on Sep 12 2024
भारत-नेपाल सीमा पर 16 टन चाइनीज लहसुन बरामद, ग्रामीणों में लूट की होड़

महराजगंज : नेपाल से भारत में तस्करी के जरिए लाया गया लगभग 16 टन चाइनीज लहसुन कस्टम विभाग ने बीते एक महीने में अलग-अलग बरामदगी में जब्त किया। इस लहसुन को स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक मानते हुए प्रतिबंधित किया गया था, क्योंकि लैब परीक्षणों में इसमें फंगस पाए जाने की पुष्टि हुई थी। 

कस्टम विभाग ने इस लहसुन को नष्ट करने के लिए मिट्टी में दबा दिया, लेकिन जैसे ही अधिकारी मौके से हटे, स्थानीय ग्रामीणों ने मिट्टी खोदकर इस लहसुन को निकालना शुरू कर दिया। देखते ही देखते इलाके में लहसुन निकालने की होड़ मच गई। ग्रामीण इसे बाजार की ऊंची कीमतों के चलते खेतों में बोने के उद्देश्य से ले जाने लगे।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह चाइनीज लहसुन सेहत के लिए अत्यंत हानिकारक है और इसमें मौजूद फंगस से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। बावजूद इसके, ग्रामीण इसे खेतों में बुआई के लिए इस्तेमाल करने की बात कह रहे हैं। 

इस घटना के बाद कस्टम विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों और विशेषज्ञों का कहना है कि जब यह लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक था, तो इसे पूरी तरह जलाकर या किसी और सुरक्षित तरीके से नष्ट क्यों नहीं किया गया? सिर्फ मिट्टी में दबा देना पर्याप्त क्यों समझा गया, जिससे ग्रामीण आसानी से इसे निकालकर ले जा रहे हैं?

डॉ. अमित राव गौतम ने बताया कि चाइनीज लहसुन प्राकृतिक तरीके से नहीं उगाया जाता, बल्कि इसे आर्टिफिशियल तरीके से ग्रो किया जाता है, जिससे इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे गैस्ट्राइटिस, पेट में सूजन आदि। यही कारण है कि इस लहसुन को भारत में प्रतिबंधित किया गया है। 

कस्टम अधिकारियों के मुताबिक, चाइनीज लहसुन का लैब टेस्ट में फंगस से संक्रमित पाया गया था, जिसके चलते इसे तुरंत प्रतिबंधित कर मिट्टी में दबाने का फैसला लिया गया था। हालांकि, अब ग्रामीणों द्वारा इसे निकालने की घटना से प्रशासन और विभाग दोनों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।