राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति पर संयुक्त किसान मोर्चा ने किया प्रदर्शन
- Post By Admin on Dec 24 2024

मुजफ्फरपुर : केंद्र सरकार की नई राष्ट्रीय कृषि विपणन (बाजार) नीति के मसौदे के खिलाफ बीते सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय समन्वय समिति के आह्वान पर जिले में विशाल प्रतिवाद मार्च निकाला गया। इस दौरान किसानों ने कल्याणी चौक पर इस विवादित नीति की प्रति को जलाया और केंद्र, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की मांगों की अनदेखी करने के खिलाफ कड़ा विरोध जताया।
कार्यक्रम की शुरुआत ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के जिला कार्यालय मोतीझील से हुई। जहां से किसानों और उनके समर्थकों ने जुलूस के रूप में शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कल्याणी चौक तक मार्च किया। इस दौरान केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की गई। जुलूस में लोग जोर-शोर से नारे लगा रहे थे। जिसमें मुख्य रूप से “किसान विरोधी नीति वापस लो”, “एमएसपी की गारंटी दो” और “किसान आंदोलन को कुचला नहीं जा सकता” जैसे नारे थे।
कल्याणी चौक पहुंचने पर किसान नेताओं ने नई राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति 2024 की प्रति को जलाया और इस नीति को पूरी तरह से किसान विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन काले कानूनों को वापस लेने के बाद भी किसानों की जमीन और कृषि उत्पादों पर अपनी पकड़ बनाने की कोशिश जारी रखी है। इस नई नीति के द्वारा सरकार फिर से कृषि बाजार को अपनी गिरफ्त में लेने की दिशा में कदम बढ़ा रही है जो किसानों के हित में नहीं है।
इसके साथ ही किसानों ने ग्रेटर नोएडा और बुद्ध नगर के संघर्षरत किसानों की रिहाई की भी मांग की। जिन्हें अपनी ज़मीन बचाने के लिए संघर्ष करने पर जेल में डाला गया है। किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब के बॉर्डर पर जगदीश सिंह दल्लेवाल के नेतृत्व में चल रहे किसान आंदोलन पर भी प्रशासन द्वारा दमन किया जा रहा है और ठंड के मौसम में भी किसानों पर आंसू गैस और पानी की बौछारें की जा रही हैं।
किसान नेताओं ने सरकार से तत्काल एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी देने वाला एक ठोस कानून बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है और उनकी जायज हक की रक्षा नहीं करती है तो किसान पुनः दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों को जनवादी तरीके से घेरकर आंदोलन तेज करेंगे और सरकार को पीछे हटने के लिए मजबूर करेंगे।
इस अवसर पर एआइकेएफ के नंदकिशोर तिवारी, चंद्रभूषण तिवारी, प्रमोद झा, एआइकेएमएस के मोहम्मद इलियास, राज किशोर राम, रूदल राम, एआईकेकेएमएस के काशीनाथ साहनी, लाल बाबू राय, अनवर हुसैन, प्रेम कुमार राम, उदय झा, एआईकेएमकेएस के राजू शाह, उदय चौधरी, रजनी देवी, बिहार राज्य किसान सभा के चंदेश्वर चौधरी, मोहम्मद यूनुस समेत कई अन्य किसान नेताओं ने सभा को संबोधित किया और केंद्र सरकार से अपनी मांगों को तुरंत स्वीकार करने की अपील की।